नई दिल्ली। देश की सियासत में जिस राहुल गांधी को पीएम मोदी के खिलाफ सबसे बड़ा चेहरा माना जाता है. उन्हीं राहुल गांधी की राजनीति पर कुछ सालों के लिए पूर्ण विराम लग गया है. चार साल पुराने एक आपराधिक मानहानि के मामले में सूरत की अदालत ने उन्हें दो साल की सजा सुनाई. सजा के बाद नियमों के तहत राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द हो गई. जिसपर देश में जमकर सियासी महाभारत मची हुई है. राहुल गांधी ने अपनी सांसदी खत्म होने पर कहा कि वो गांधी है जो किसी से डरते नहीं और माफी भी नहीं मानते. ये बातें कहते हुए उन्होंने बीजेपी पर तंज कसा था. अब राहुल गांधी ने अपने ट्विटर हैंडल के बॉयो पर लिखकर अपने समर्थकों से अपनी बात कही है.
राहुल गांधी ने लोकसभा सचिवालय की अधिसूचना आने के करीब 3 घंटे बाद ट्वीट कर लिखा था, ‘मैं भारत की आवाज के लिए लड़ रहा हूं, मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं.’ संसद सदस्यता जाने के बाद राहुल गांधी ने बोला सरकार पर हमला. उन्होंने कहा, ‘मुझे जवाब देने का नहीं मिला मौका. मैं लोकतंत्र के लिए लड़ा हूं आगे भी लड़ता रहूंगा. अयोग्य ठहराकर मेरा मुंह बंद नहीं कर पाएंगे.’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता बीते शुक्रवार को रद्द कर दी गई. वो केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य थे. लोकसभा की वेबसाइट से भी राहुल का नाम हटा दिया गया है. गौरतलब है कि राहुल ने साल 2019 में कर्नाटक की एक जनसभा के दौरान ‘मोदी’ सरनेम को लेकर बयान दिया था. उन्होंने कहा था- सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है.