मुजफ्फरनगर। जनपद में इस बार गन्ने की उपज कम होने से गुड़ का उत्पादन प्रभावित हुआ है। एशिया की सबसे बड़ी गुड़ मंडी के सात शीतगृहों में इस बार 57 हजार गुड़ के कट्टों का भंडारण कम हुआ है। यहां इस बार 11 लाख 73 हजार गुड़ के कट्टों का भंडारण हुआ है।
जिले में इस बार गन्ने का क्षेत्रफल बढ़ने के बाद भी उत्पादन कम हुआ है। चीनी मिलों को ही एक करोड़ क्विंटल गन्ने की कम आपूर्ति हुई है। इसी तरह गुड़ के उत्पादन पर भी असर पड़ा है। यहां आठ मई 2023 को गुड़ भंडारण 12 लाख 30 हजार 105 गुड़ के कट्टे था। इस साल आठ मई तक केवल 11 लाख 73 हजार 45 गुड़ के कट्टों का भंडारण हुआ है। इस बार जिले में चीनी और गुड़ दोनों का उत्पादन कम हुआ है।
गुड़ मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय मित्तल एवं मंत्री श्याम सिंह सैनी का कहना है कि इस बार अप्रैल के अंत तक 90 प्रतिशत कोल्हू बंद हो चुके थे। अधिकतर चीनी मिल भी अप्रैल माह में ही बंद हो गई है। जिले में इस समय केवल इक्का-दुक्का ही कोल्हू चल रहे हैं। इस कारण सीजन के अंत में आपूर्ति अत्यधिक कम हो गई है।
शीतगृह गुड़ भंडारण कट्टों में
अंबा: 19017
ग्राम विकास: 227273
एचएम: 230685
मनोहर: 228193
मनोरंजन: 239021
एमजी: 137318
वर्धमान: 91538
कुल भंडारण: 1173045