नई दिल्ली। भारतीय टीम ने बांग्लादेश दौरे पर लगातार दूसरी वनडे सीरीज गंवा दी है. इससे पहले 2015 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में वनडे सीरीज हारे थे. अब रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया के खिलाफ मेजबान बांग्लादेश ने 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है.
तीन मैचों की वनडे सीरीज का आखिरी यानी तीसरा मुकाबला अब 10 दिसंबर को खेला जाएगा. मगर इस तीसरे वनडे मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा, तेज गेंदबाज दीपक चाहर और कुलदीप सेन नहीं खेल पाएंगे. तीनों चोट के कारण बाहर हो गए हैं.
बुधवार को ढाका में खेले गए दूसरे वनडे मैच में टीम इंडिया को 5 रनों से हार झेलनी पड़ी. इसी मैच में कप्तान रोहित समेत तीनों प्लेयर चोटिल हुए हैं. मैच में चोट के बावजूद कप्तान रोहित बैटिंग करने आए और 28 बॉल पर नाबाद 51 रनों की पारी खेली. हालांकि आखिरी ओवर में रोहित 20 रन नहीं बना सके और टीम इंडिया यह मैच हार गई.
पहले मुकाबले की तरह इस मैच में भी भारतीय टीम की कमजोर बैटिंग और बॉलिंग ही रही. एक समय बांग्लादेश टीम ने 69 रनों पर 6 विकेट गंवा दिए थे. मगर 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए मेहदी हसन ने महमूदुल्लाह के साथ मिलकर 7वें विकेट के लिए 165 बॉल पर 148 रनों की पार्टनरशिप कर दी. बांग्लादेश टीम ने आखिरी 5 ओवरों के खेल में 68 रन बना दिए. इसके बदौलत बांग्लादेश ने मैच में 271 रन बना दिए. मिराज ने नाबाद 100 रन बनाए.
यही वजह है कि मैच के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने टीम इंडिया की गेंदबाजी पर सबसे ज्यादा गुस्सा निकाला. उन्होंने हार का ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि गेंदबाजी में भारतीय टीम ने अच्छी शुरुआत की थी. 69 रन पर 6 विकेट निकाल लिए थे, लेकिन फिर मिडिल ओवर्स और आखिर में गेंदबाजों ने निराश किया है.
रोहित ने मैच के बाद कहा, ‘यह (अंगूठे की चोट) बिल्कुल भी ठीक नहीं है. उसमें कुछ चोट जरूर है, लेकिन अच्छी बात है कि फ्रैक्टर नहीं है. यही कारण था कि मैं बैटिंग कर सका. जब आप मैच हारते हैं, तो पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों चीजें होती हैं. 69/6 से उन्हें (बांग्लादेश) को 270 तक का स्कोर बनाने देना, हमारे गेंदबाजों की कमी दिखाता है. हमारी शुरुआत ठीक थी, लेकिन मिडिल ओवर्स और आखिर में थोड़ी निराशा हुई है. पिछले मैच में भी कुछ ऐसा ही हुआ था. इस पर हमें काम करने की जरूरत है.’
उन्होंने कहा, ‘मेहदी हसन और महमुदुल्लाह ने एक शानदार पार्टनरशिप की, लेकिन ऐसी साझेदारी तोड़ने का रास्ता भी खोजना होगा. वनडे क्रिकेट में जब आप साझेदारी बनाएं, तो उसे आप मैच विनिंग पार्टनरशिप में बदलें. उन्होंने भी यही किया. मिडिल ऑर्डर में भी हिम्मत दिखाने की जरूरत है. कुछ चोटों को लेकर जरूर टेंशन है और हमें इसकी गहरी जांच भी करने की जरूरत है.’
कप्तान रोहित ने कहा, ‘चोटों को मॉनिटर करने की जरूरत है. जब वे इंडिया के लिए खेलते हैं, तो उनसे 100 प्रतिशत से भी ज्यादा की उम्मीद होती है. उनके वर्कलोड मैनेजमेंट पर भी ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि हम उन्हें देश के लिए आधा फिट होकर नहीं खेलने दे सकते.’