छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में शुक्रवार तड़के दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान बवाल हो गया। दो पक्षों के बीच जमकर ईंट-पत्थर और डंडे चले। इस दौरान डीजे वाहन सहित अन्य गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई। उपद्रवियों ने विसर्जन के लिए ले जाई जा रही प्रतिमा भी तोड़ दी। करीब दो घंटे तक सड़क पर उपद्रव होता रहा, लेकिन पुलिस नदारद थी। विसर्जन देखने के लिए पहुंचे लोगों में भगदड़ मच गई। दोनों पक्षों की ओर से सिटी कोतवाली में मामला दर्ज कराया गया है। पूरे बवाल वीडियो भी सामने आया है।
जानकारी के मुताबिक, शहर में नवरात्रि के बाद गुरुवार रात से प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हुआ था। इस दौरान देवकीनंदन चौक से लेकर जूना बिलासपुर तक झांकियों की लाइन लगी हुई थी। सिटी कोतवाली चौक से दुर्गा समितियों को एक-एक कर प्रवेश दिया जा रहा था। इस दौरान झांकी देखने वालों की सड़क के दोनों ओर भीड़ लगी हुई थी। बताया जा रहा है कि शुक्रवार तड़के करीब 4 बजे चांटीडीह दुर्गा समिति और कुदुदंत दुर्गात्सव समिति के बीच विवाद हो गया। दोनों पक्ष पहले आगे जाने पर अड़े थे।
बात इतनी बढ़ी की दोनों के बीच मारपीट शुरू हो गई। दोनों पक्ष के युवक लाठी-डंडे और रॉड लेकर एक-दूसरे से भिड़ गए। दोनों पक्षों की ओर से ईंट-पत्थर चलने लगे। इस दौरान दुर्गा प्रतिमा ले जा रहे वाहनों और डीजे वाहन में भी तोड़फोड़ की गई। प्रतिमा को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। सड़क किनारे खड़े लोगों को भी निशाना बनाया गया। इसके बाद वहां भगदड़ मच गई। लोगों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। ठेले वाले और दुकानदार भी वहां से अपना सामान लेकर भागने लगे।
विवाद के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। एक पक्ष के हिमांशु राय, शैलेष, पारस सहित अन्य और दूसरे पक्ष से नवीन तिवारी, विजय गुप्ता और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। एसपी ने विसर्जन पर विशेष सुरक्षा के मद्देनजर ड्यूटी लगाई थी बावजूद इसके पुलिस जवान मौके से गायब थे। दोनो गुटों के बीच हुए विवाद का वीडियो भी सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि युवक कैसे वाहनों में तोड़फोड़ कर रहे हैं। दोनों ओर से लोग घायल भी हुए हैं।