मुजफ्फरनगर। शुकतीर्थ स्थित महाशक्ति सिद्ध पीठ आश्रम की संचालिका साध्वी माता योगिनी राज नंदेश्वरी के निधन का मामला गहराने लगा हैंं। एक सप्ताह में दूसरी बार उनकी मौत की जांच कराने की मांग की गई है।
27 मई को शुकतीर्थ स्थित महाशक्ति सिद्ध पीठ आश्रम की संचालिका साध्वी माता योगिनी राज नंदेश्वरी का निधन हो गया था। साधु-संतों सहित उनके अनुयायियों की उपस्थिति में शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया था। गत दिनों जिला गाजियाबाद डासना पीठ के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती महाराज ने एसएसपी से मुलाकात कर उनकी मृत्यु को संदिग्ध परिस्थितियों में होना बताया था। उन्होंने हत्या की आशंका जताते हुए एसएसपी से साध्वी की मौत की जांच कराने की मांग की थी। अब मेरठ की फूलबाग कालोनी निवासी अनुयायी अरुण त्यागी ने एसएसपी से मुलाकात कर जांच कराने की मांग की।
अरुण त्यागी का कहना था कि 13 सालों से वह हर माह दो बार आश्रम आते जाते थे। आश्रम के संचालन के लिए एक कमेटी भी बनी हैं। वैसे आश्रम का संचालन साध्वी ही करती थीं। साध्वी ने दो करोड़ का चंदा आश्रम में भगवान श्रीराम की 108 फिट ऊंची मूर्ति स्थापित कराने के लिए एकत्र किया था। साध्वी का निधन होने पर आश्रम के अन्य अनुयायियों और कमेटी के सदस्यों को सूचना दिया बिना शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया, जबकि साधु संतों को शरीर त्यागने के बाद समाधि देने का प्रचलन हैं। अनुयायी अरुण त्यागी ने मामले में जांच की मांग की है।