मुजफ्फरनगर। शहर के विस्तारित क्षेत्र में पेयजल की समस्या का निस्तारण करने के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। नगर पालिका के सीमा विस्तार के बाद शहर में शामिल हुए गांवों और काॅलोनियों को पानी देने के लिए 126 करोड़ रुपये की लागत से सात ओवरहेड टैंक बनेंगे। नगरपालिका का निकाय चुनाव से पहले सीमा विस्तार हुआ था। इस सीमा विस्तार में रिंग रोड और हाईवे के अंदर के सभी गांव पालिका में शामिल हो गए हैं। रिंग रोड से बाहर के वहलना और मीरापुर भी सीमा विस्तार में शहर में शामिल हो गए हैं। इन गांवों और काॅलोनियों में पानी की आपूर्ति की सबसे बड़ी समस्या है। इन अर्द्ध विकसित काॅलोनियों में तो पानी की लाइन भी नहीं है।
जल निगम ने सीमा विस्तार के बाद शहर में शामिल पूरे इलाके का सर्वे कराया है। इसके बाद नगर पालिका से सात ओवरहैड टैंक बनाने के लिए जमीन मांगी गई। जमीन की उपलब्धता के बाद जल निगम ने डीपीआर तैयार कर शासन को भेजी गई है। शहर में सात स्थानों पर ओवरहैड टैंक के दो प्रस्ताव तैयार हुए हैं। इनमें पहला प्रस्ताव 26 करोड़ का है, जिसमें तीन ओवरहैड टैंक बनाए जाने हैं। दूसरा प्रस्ताव 100 करोड़ का है, जिसमें अधिक क्षमता के चार ओवरहैड टैंक बनाए जाने हैं। इन सात ओवरहैड टैंक के बन जाने से पूरे शहर में जलापूर्ति की समस्या का निराकरण हो जाएगा।
जल निगम ने पानी के लिए सात ओवरहैड टैंक बनाने को दो प्रस्ताव भेजे गए हैं। इनमें पहले प्रस्ताव में तीन ओवरहैड टैंक बनेंगे, जिसमें एक वहलना में, दूसरा मीरापुर में और तीसरा चरथावल तिराहे पर बनेगा। इन ओवरहैड टैंक से आस-पास के गांव और काॅलोनियों को पानी मिलेगा। इसी तरह चार ओवरहैड टैंक जानसठ रोड के सहावली क्षेत्र, कूकड़ा क्षेत्र, शांतिनगर, रुड़की रोड पर बनेंगे। इनसे आस-पास के पूरे इलाके को पानी मिलेगा।
जल निगम की नगर इकाई के अधिशासी अभियंता अबु जैद का कहना है कि सीमा विस्तार में जो क्षेत्र शामिल हुए हैं, उन सबमें पानी पहुंचाना सरकार का लक्ष्य है। इसी के चलते 126 करोड़ में सात ओवरहैड टैंक का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है। शहरी क्षेत्र में सभी को पानी की आपूर्ति मिल रही है।