बागपत। रमाला गन्ना मिल से जोड़े गए सात क्रय केंद्र को दोबारा से बागपत से जोड़ना पड़ा। क्योंकि रमाला मिल निर्धारित गन्ने की पेराई करने में फेल हो गया है और ऐसे में किसानों के खेतों में गन्ना खड़ा रहेगा। इन सात क्रय केंद्रों से जुड़े किसानों के पास बागपत मिल की पर्ची भेजी गई है और सोमवार से वह गन्ना डाल सकेंगे।
सरूरपुर कलां प्रथम व द्वितीय, खेड़की, बिहारीपुर, फैजल्लापुर, सुल्तानपुर हटाना, खेड़ा इस्लामपुर गन्ना क्रय केंद्र वर्ष 2021-22 के सत्र में बागपत गन्ना मिल से जुड़े हुए थे। लेकिन रमाला मिल का दोहरीकरण कर दिया गया और उसकी पेराई क्षमता 45 लाख 72 हजार क्विंटल गन्ना प्रतिदिन पेराई की होने का दावा किया गया। जिसके बाद यह सभी सात क्रय केंद्र वर्ष 2022-23 के सत्र में रमाला शुगर मिल से जोड़ दिए गए।
जिससे रमाला शुगर मिल का गन्ना सट्टा 98 लाख 42 हजार क्विंटल हो गया। इसमें से 17 मार्च तक रमाला मिल केवल 56 लाख 72 हजार क्विंटल की पेराई कर सकी और 41 लाख 70 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई होनी बाकी है। जबकि रमाला मिल की पेराई क्षमता 45 हजार 500 क्विंटल प्रतिदिन होने के कारण मिल को 17 जून तक चलाना पड़ेगा।
इसमें भी गर्मी अधिक होने के कारण मिल को इस क्षमता के साथ नहीं चलाया जा सकता है। जिससे किसानों को गन्ना खेतों में खड़ा रहेगा और उनकी परेशानी बढ़ जाएगी। इसको देखते हुए ही गन्ना आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने इन सात क्रय केंद्रों को दोबारा बागपत शुगर मिल से जोड़ने के आदेश जारी कर दिए है।
जिन सात क्रय केंद्रों को दोबारा बागपत शुगर मिल से जोड़ा गया है, उनसे जुड़े सरूरपुर कलां, खेड़की, बिहारीपुर, सुल्तानपुर हटाना, खेड़ा इस्लामपुर, फैजल्लापुर, नैथला, फैजपुर निनाना के करीब 15 हजार किसानों को फायदा होगा। क्योंकि रमाला मिल से जुड़ने के बाद किसानों की परेशानी बढ़ गई थी और क्रय केंद्रों पर तौल अधिकतर बंद रहती थी। अब किसानों को कुछ राहत मिली है और उनको उम्मीद है कि उनका गन्ना मिल में आसानी से डल जाएगा। क्योंकि बागपत शुगर मिल लगातार अपनी पूरी क्षमता 25 हजार क्विंटल प्रतिदिन गन्ने की पेराई कर रही है।
हमारे गांव का क्रय केंद्र जब से रमाला मिल से जोड़ा गया है, तभी से परेशानी बढ़ी हुई है। क्योंकि आए दिन क्रय केंद्र पर तौल बंद रहती है तो कभी रमाला मिल में खराबी होने के कारण गन्ना उठान नहीं होता है। अब बागपत मिल से क्रय केंद्र जोड़ने पर पूरा गन्ना डाला जा सकता है। – सुभाष नैन, प्रगतिशील किसान
गन्ना क्रय केंद्र रमाला मिल से जोड़ने के बाद सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। तौल तीन दिन बंद रहती थी और एक दिन चलती थी। जिससे वहां भीड़ होने पर झगड़े होते थे। किसानों को परेशानी झेलनी पड़ रही थी। अब बागपत मिल से क्रय केंद्र जोड़ने पर किसानों को राहत मिलेगी।
रमाला मिल से जोड़े गए सात केंद्रों को दोबारा बागपत से जोड़ दिया गया है। सोमवार से उन क्रय केंद्रों का गन्ना बागपत मिल में आएगा। मिल पूरी क्षमता के साथ चल रही है, किसानों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।