मुजफ्फरनगर। पानीपत-खटीमा फोरलेन हाईवे के निर्माण के दौरान इसके दायरे में आ रहे आवासीय एवं व्यसायिक के साथ ही धर्मस्थलों आदि पर ध्वस्तीकरण अभियान चला जा रह है। बुधवार को एसडीएम के नेतृत्व में जानसठ रोड पर स्थित करीब एक दर्जन व्यसायिक भवनों को गिरा दिया गया। इस दौरान ग्राम समाज की भूमि पर बने धार्मिक स्थल को भी बुल्डोजर से गिरा दिया गया। इस दौरान भवन स्वामियों का कहना है िक उन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिला। मुआवजा मिल जाए तो वह अभी व्यवस्था अन्य स्थानों पर कर लेते। एसडीएम प्रमानंद झा का कहना है कि सभी लोगों की फाइल शासन को भेज दी गई है। सभी को मुआवजा दिया जाएगा। कोई भी छूटा नहीं रहेगा।
बुधवार को एसडीएम सदर प्रमानंद झा के नेतृत्व में टीम ने पानीपत खटीमा हाईवे पर जानसठ बाइपास के बाद रोड पर बनी करीब एक दर्जन दुकानों पर बुलडोजर चलाकर तोड दिया गया। इस दौरान इसके अलावा ग्राम समाज की भूमि पर बन मस्जिद भी तोड़ी गई है। भारी पुलिस फौर्स मौके पर मौजूद रही। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि प्रशासन ने अभी तक उन्हें एक रूपए भी मुआवजा नही दिया है। बिना जानकारी दिए ही प्रशासन ने हमारे मकान व दुकान तोड़े जा रहे है, लेकिन पहले हमें मुआवजा दिया जाना चाहिए था। पहले मुआवजा दिया जाता तो हम कही ओर अपनी व्यावस्था कर लेते लेकिन प्रशासन ने ऐसा नहीं किया औप बुधवार को दोपहर के समय भवनों को ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान एक धर्मिक स्थाल को भी तोड दिया गया है। उसके लिए जमीन दिए जाने की बात कही जा रही है। लेकिन कहा ये अभी नहीं पता चल सका है। अधिकारी कह रहे है। सभी को मुआवजा दिया जाएगा। लेकिन कबतक ये किसी ने नहीं बताया है।
सभी लोगों को मुआवाजा दिया जाएगा। जो पानीपत खटीमा हाईवे की जद में आएगा उसे मुआवाज मिलेगा। इसमें चाहे किसी की छोटी दूकान हो या फिर जमीन की कोई हिस्सा ही क्यों न हो। सभी की मुआवजे संबंधी फाइल शासन को भेज दी गई है। लोगों को निश्चित रहना चाहिए।