मुजफ्फरनगर। केंद्रीय जल आयोग भारत सरकार के ठेका कंपनी के सुपरवाइजर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। सुपरवाइजर अपने कमरे में अचेत अवस्था में मिला। उन्हें उनके साथी कर्मचारी सीएचसी पर ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। केंद्रीय जल आयोग ने शुक्रताल में गंगा व सोनाली नदी के पानी की नापतोल के लिए एक कंपनी को ठेका दिया हुआ है। इस कंपनी में उत्तराखंड के ऋषिकेश निवासी अमित घिड़ियाल सुपरवाइजर थे। वह शुक्रताल में पंजाबी धर्मशाला के निकट कमरा किराए पर लेकर अकेले रहते थे।
जब बुधवार को वह ड्यूटी पर नहीं पहुंचे तो उनके साथी प्रीतम सिंह, देवेंद्र सिंह व एक संत उसके कमरे पर पहुंचे तो वह अचेत अवस्था में पड़े मिले। उनका शरीर नीला पड़ा हुआ था। आनन-फानन में अमित को भोपा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है। मृतक के परिजनों को भी सूचना दे दी है। थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार सिंह का कहना है कि परिजनों के आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।