नई दिल्ली। अगर आपने भी पिछले दिनों भारतीय जीवन बीमा निगम के शेयर में निवेश किया है तो यह खबर आपको राहत देगी. दरअसल, एलआईसी के निवेशक भारी नुकसान से गुजर रहे हैं. ऐसे में बीमा कंपनी करीब 1.8 लाख करोड़ रुपये का डिविडेंड और बोनस शेयर इश्यू करने पर विचार कर रही है. रॉयटर्स की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह दावा किया गया.
इस कंदम से कंपनी अपनी नेट वर्थ और निवेशकों का विश्वास जीतना चाहती है. शुक्रवार को बंद हुए कारोबारी सत्र के दौरान एलआईसी का शेयर गिरकर 593 रुपये पर पहुंच गया. यह अब तक के सबसे निचले 588 रुपये के करीब है. यह शेयर मई 2022 में लिस्ट हुआ था. लिस्टिंग के बाद से अब तक इसकी कीमत में 35 प्रतिशत की भारी गिरावट आई है और निवेशकों के करीब 2.23 लाख करोड़ रुपये डूब गए.
कंपनी की कोशिश शेयर को मजबूत करने की है. आपको बता दें एलआईसी का नॉन पार्टिसिपेटिंग फंड करीब 11.57 लाख करोड़ रुपए है. इसमें से 1.8 लाख करोड़ रुपये शेयर होल्डर्स को ट्रांसफर करने का विचार है. LIC मुख्यतया दो तरह का प्रोडक्ट बेचती है. पार्टिसिपेटिंग प्रोडक्ट का जो प्रॉफिट होता है उसे कस्टमर्स में बांट दिया जाता है. वहीं, नॉन पार्टिसिपेंटिंग फंड पर फिक्स्ड रिटर्न मिलता है.
सूत्रों का दावा है कि इसी फंड का पैसा डिविडेंड के रूप में बांटने की योजना है. ऐसे में शेयर धारकों को बड़ा डिविडेंड मिलने की उम्मीद है. नॉन पार्टिसिपेटिंग फंड ट्रांसफर करने के से बीमा कंपनी की नेटवर्थ में 18 गुना उछाल आएगा. इस संबंध में जानकारी के लिए भेजे गए ई-मेल का एलआईसी और वित्त मंत्रालय की तरफ से जवाब नहीं दिया गया.
डिविडेंड और बोनस की खबर पर ज्यादातर ब्रोकरेज फर्म LIC के शेयर को लेकर बुलिश हैं. जियोजित फाइनेंशियल और बीएनपी परिबास ने इसका टार्गेट प्राइस 810 रुपये रखा है. मोतीलाल ओसवाल ने 830 रुपये का टार्गेट दिया है. वहीं, Macquarie ने 850 रुपये का टार्गेट प्राइस रखा है.