धनबाद। धनबाद इलाके से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। मंगलवार की शाम आशीर्वाद अपार्टमेंट में सुबोध श्रीवास्तव की बेटी की शादी थी लेकिन एक चिंगारी से लगी आग ने शादी की खुशियों को मातम में बदल दिया ओर दुल्हन की मां, दादा दादी समेत 14 लोगों की जिंदगी छीन ली। वहीं, दुल्हन को बताया ही नहीं गया कि इस हादसे में उसके परिजनों की मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कि धनबाद के जोड़ाफाटक शक्ति मंदिर रोड स्थित आशीर्वाद अपार्टमेंट में मंगलवार की शाम करीब 6ः30 बजे आग लग गई। इस अपार्टमेंट में रहनेवाले सुबोध श्रीवास्तव लाल की बेटी की शादी थी। उनके घर में हजारीबाग और बोकारो से रिश्तेदार आए हुए थे। तभी दूसरी मंजिल के एक फ्लैट में दीया गिरने से चिंगारी फैल गई और धीरे धीरे आग ने भीषण रूप धारण कर लिया और 14 लोगों की जिदंगी छीन ली। वहीं 36 लोग बुरी तरह जख्मी हुए हैं। कुछ का पाटलीपुत्र नर्सिंग होम और कुछ का एसएनएमएमसीएच में इलाज चल रहा हैं। मरने वालों में दस महिलाएं, दो बच्चियां समें एक बच्चा और एक बुजुर्ग शामिल है।
दुल्हन बनी स्वाति को सिर्फ इतना ही बताया गया था कि घर में आग लगी है और उसकी मां घायल है और अस्पताल में भर्ती हैं। दादा की मौत की बात भी उससे छुपाई गई। उसके चेहरे पर हंसी बिल्कुल गायब थी। बरात गिरिडीह के न्यू बरगंडा दुर्गा मंदिर रोड से आई। दूल्हे का नाम सौरव और उसके पिता का नाम राजेंद्र प्रसाद है। सौरव बेंगलुरु में आइटी कंपनी में कार्यरत है। मंगलवार की रात विवाह स्थल सिद्धि विनायक में न द्वारचार हुआ न जयमाला।
घटना की सूचना गोविंदपुर पहुंचने के क्रम में बरातियों को लगी। इसके बाद सभी वहां डेढ़ घंटे तक रुके रहे। फिर विवाह स्थल पहुंचे। यहां जयमाला की रस्म नहीं निभाई गई। लड़की के मौसेरे भाई दीपू कुमार और भाभी ने कन्यादान की रस्म पूरी की। पिता बेसुध बैठे हुए थे। दुल्हन को शाम करीब चार बजे विवाह स्थल ले जाया गया था।
हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया कि धनबाद में आगजनी के कारण हुई मौत से बेहद दुख हुआ है। जिन्होंने इस आगजनी में अपने स्वजनों को खो दिया, उनके साथ मेरी सांत्वना है। वहीं, आगजनी में झुलसे लोगों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। दुर्घटना में मारे गए लोगों को प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ फंड की ओर से दो लाख और घायलों को 50 हजार की धनराशि दी जाएगी।