शामली। जिले में एक तरफ बुखार का प्रकोप चल रहा है तो दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को जिले में कोरोना के पांच नए केस मिले हैं। जिले में इस समय कोरोना के 29 सक्रिय केस हो गए हैं। बुखार और कोरोना के लक्षण मिलते जुलते हैं। चिकित्सकों का कहना है कि बुखार और कोरोना से बचाव के लिए एहतियात बरतने की जरूरत है।
जिले में मौसम का मिजाज उतार चढ़ाव का चल रहा है। कभी बारिश तो कभी तेज धूप से उमस भरी गर्मी में भी लोगों की सेहत बिगाड़ रही है। सरकारी व निजी अस्पतालों में सबसे ज्यादा वायरल बुखार के मरीज आ रहे हैं। वायरल के साथ टायफाइड व मलेरिया के केस भी मिल रहे हैं। इसके अलावा नजला, जुकाम, खांसी के मरीज आ रहे हैं।
सीएचसी के चिकित्साधीक्षक डॉ. रामनिवास ने बताया कि अस्पताल में बुखार, नजला, जुकाम व खांसी के मरीज ज्यादा आ रहे हैं। इसकी वजह मौसम में बार-बार बदलाव होना है। कभी बारिश हो रही है तो कभी तेज धूप निकलती है। मौसम में उमस बनी रहती है। लोगों को इस मौसम में सावधानी बरतनी चाहिए। उधर, जिले में कोरोना संक्रमण के भी केस मिल रहे हैं। मंगलवार को जिले में कोरोना के पांच नए केस मिले हैं जबकि पूर्व में मिले चार मरीज ठीक हुए हैं। इसके बाद अब जिले में कोरोना के 29 केस सक्रिय हो गए हैं। खास बात ये है कि बुखार और कोरोना के लक्षण मिलते जुलते हैं। दोनों मामलों में बुखार होना, गले में खराश होना, शरीर में दर्द होना, नजला, जुकाम खांसी होने के लक्षण मिल रहे हैं। इसलिए लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। चिकित्सक की सलाह लेकर उपचार कराएं।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ.जाहिद अली त्यागी ने बताया कि जिले में कोरोना के 29 केस सक्रिय हैं। सभी को होम आइसोलेशन में रखा है। किसी में कोई गंभीर लक्षण नहीं है। सभी मरीज तीन से पांच दिन में ठीक हो रहे हैं। उनका कहना है कि कोरोना से बचाव के लिए सभी जरूरी एहतियात बरतें और कोरोना के लक्षण नजर आने पर जांच कराएं ताकि समय पर उनका उपचार किया जा सके।
बचाव के तरीके
ठंडे पेय पदार्थों का सेवन न करें।
बाजार में बने खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें।
ताजा बना संतुलित भोजन करें।
तेज धूप में बाहर निकलने से बचें।
बारिश में बार-बार भीगने से बचें।
नमी वाले या भीगे हुए कपड़े न पहनें।
सोते समय मच्छरदानी लगाएं।
चिकित्सक की सलाह से उपचार कराएं।