नई दिल्ली। ग्रेटर नोएडा के दादरी कोतवाली क्षेत्र के बढ़पुरा गांव में एक महिला और उसके मायके वालों के लगाए गए आरोप और फोन पर दी गई झूठे केस में फंसाने की धमकियों से तंग आकर सास-ससुर के जान देने का मामला सामने आया है।
आरोप है कि मायके वाले अपनी बेटी को पहले ससुराल से घर लेकर गए और फिर कॉल कर ससुर के चरित्र पर सवाल उठाकर गंभीर व झूठे आरोप लगाने लगे। कई बार कॉल कर मायके वालों ने सास-ससुर को इतना प्रताड़ित किया कि दंपती ने सल्फास का सेवन कर जान दे दी। मामले में दंपती के बेटे की शिकायत पर बहू और बिचौलिया समेत चार ससुराल वालों के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का केस दर्ज किया गया है।
दादरी कोतवाली क्षेत्र के बढ़पुरा निवासी अरुण भाटी ने बताया कि उनका विवाह 29 जनवरी 2020 को हापुड़ क्षेत्र निवासी युवती से हुआ था। विवाह अरुण के फूफेरे भाई ने अपनी साली से कराया था। आरोप है कि 11 मई को उसके ससुराल पक्ष के लोग बढ़पुरा गांव पहुंचे और अपनी बेटी को कुछ दिन के लिए मायके ले जाने की बात कहने लगे। इस पर ससुराल पक्ष ने खुशी-खुशी बहू को मायके भेज दिया।
आरोप है कि 16 मई को ससुराल पक्ष के लोगों ने कॉल कर अरुण के पिता रविंद्र कुमार भाटी के चरित्र पर उंगली उठाई। आरोप है कि ससुराल पक्ष के लोग झूठे दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी देने लगे। इससे रविंद्र और उनकी पत्नी राकेश भाटी परेशान हो गए।
बार-बार कॉल कर किया प्रताड़ित
आरोपी बार बार कॉल कर दंपती को परेशान करने लगे। इससे दंपती इतने प्रताड़ित हुए कि उन्होंने 17 मई को जहरीले पदार्थ (सल्फास) का सेवन कर लिया। हालत बिगड़ने पर परिजन उन्हें दादरी के निजी अस्पताल ले गए। इसके बाद उन्हें गाजियाबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जहां दंपती ने दम तोड़ दिया। गाजियाबाद के कविनगर थाना पुलिस ने दंपती का पोस्टमार्टम कराया। घटना के बाद परिजन ने मामले में बहू और उसके ससुराल वालों के खिलाफ दादरी कोतवाली में शिकायत की। पुलिस ने बहू, बिचौलिया, समेत चार ससुराल वालों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बिचौलिया नहीं दे रहा उधार में लिए पांच लाख रुपये
अरुण का कहना है कि बिचौलिया ने उनके पिता रविंद्र से पांच लाख रुपये उधार लिए थे। जिन्हें बिचौलिया नहीं लौटा रहा था। रविंद्र जब भी आरोपी से रुपये मांगते थे, तो वह उन्हें टरका देता था। आरोप है कि जब अरुण की बहू को लेने ससुराल वाले आए थे तो बिचौलिया व उसके परिवार के लोग भी आए थे। उस दौरान भी रविंद्र ने बिचौलिया से पांच लाख रुपये लौटाने को कहा था। इसके चलते केस में बिचौलिया को भी नामजद कराया गया है।