ऑस्ट्रेलिया : ऑस्ट्रेलिया में ऐसी अलग तरह की ट्रेन चलाने के लिए तैयारी शुरू हो गई है. इस ट्रेन का नाम है इनफिनिटी. इसे ऑस्ट्रेलिया की खनन कंपनी फोर्टेस्क्यू तैयार करने जा रही है. आईएफएल साइंस की रिपोर्ट कहती है, इस ट्रेन से प्रदूषण कम होगा, इस तरह ऑस्ट्रेलिया अपने जीरो एमिशन के लक्ष्य की तरफ बढ़ेगा.
गुरुत्वाकर्षण से चलेगी ट्रेन
दरअसल यह ट्रेन गुरुत्वाकर्षण के दम पर चलेगी. खास बात यह है कि ऐसी ट्रेनों को चलने से प्रदूषण कम होगा इसके अलावा ट्रेन की रीफ्यूलिंग की कोई जरूरत नहीं होगी. यह विशेष ट्रेन एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाते समय अपने आप चार्ज हो जाएगी यानी जब तक ट्रेन चलती रहेंगी तबतक ट्रेन की ऊर्जा कभी समाप्त नहीं होगी.
कभी खत्म नहीं होगी बैटरी
ट्रेन में बैकअप के लिए बैटरी होगी, जो चार्ज होती रहेगी और ऊर्जा बचाएगी. इस बैटरी की ऊर्जा कभी खत्म नहीं होगी. इस बैटरी को चार्ज करने के लिए धरती की गुरुत्वाकर्षण शक्ति की सबसे ज्यादा जरूरत होगी. इस प्रोजेक्ट के जरिए जीरो एमिशन और कम खर्च में माल ढुलाई का अच्छा विकल्प तैयार करना है.
ट्रेन में होंगी 244 बोगियां
इस ट्रेन की मदद से लौह अयस्क को कम कीमत में एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया जा सकेगा. जब 244 बोगियों वाली ट्रेन में 34,404 टन लौह अयस्क भरा होगा और ट्रेन इसे उताकर वापस खाली लौटेगी तो इसे गुरुत्वाकर्षण शक्ति से चार्ज किया जा सकेगा.
रीजेनेरेटिव ब्रेकिंग से पैदा की जाएगी एनर्जी
फोर्टेस्क्यू की सीईओ एलिजाबेथ गेन्स के मुताबिक इनफिनिटी ट्रेन दुनिया की सबसे बेहतरीन, ताकतवर और सामर्थ्यवान इलेक्ट्रिक ट्रेन होगी. इससे डीजल का इस्तेमाल बंद हो जाएगा. कई मॉडर्न कारों में भी रीजेनेरेटिव ब्रेकिंग होती है, जिससे ब्रेक लगाने पर घर्षण से ऊर्जा पैदा होती है, इसी तकनीक को अब ट्रेन के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.