नई दिल्ली। लोकसभा के बाद अब राज्यसभा से भी आज 45 सांसदों को निलंबित किया गया है। इन सभी सांसदों को लोकसभा में हुई सुरक्षा चूक को लेकर हंगामा करने पर सस्पेंड किया गया है। इससे पहले आज ही लोकसभा के भी 33 सांसद निलंबित हुए थे। बीते सप्ताह भी कुल 14 सांसद निलंबित हुए थे।
इस तरह शीत सत्र में अब तक 92 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है। राज्यसभा से जिन सांसदों को सस्पेंड किया गया है, उनमें जयराम रमेश, रणदीप सुरजेवाला और केसी वेणुगोपाल जैसे नेता शामिल हैं। सपा के सांसद रामगोपाल यादव को भी निलंबित किया गया है। इन सभी लोगों को शीत सत्र से निलंबित किया गया है और वे सदन की किसी भी कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।
राज्यसभा से जिन सांसदों को सस्पेंड किया गया है, उनमें जयराम रमेश, रणदीप सुरजेवाला और केसी वेणुगोपाल जैसे नेता शामिल हैं। इन सभी लोगों को शीत सत्र से निलंबित किया गया है और वे सदन की किसी भी कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।निलंबन की कार्रवाई को कांग्रेस ने लोकतंत्र की आवाज को कुचलने वाला बताया है।
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि इस तानाशाही सरकार ने सारे लोकतांत्रिक मूल्यों को कचरे के डिब्बे में डाल दिया है। इस सरकार ने संसद के प्रति कोई जवाबदेही नहीं दिखाई है। इसके उलट जवाब मांगने वालों पर ही ऐक्शन लिया जा रहा है।
राज्यसभा के नेता सदन पीयूष गोयल ने दोनों सदनों से सांसदों के निलंबन की कार्रवाई को सही बताया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के सांसदों ने लोकसभा स्पीकर और राज्यसभा के चेयरमैन का अपने व्यवहार से अपमान किया है।