मुंबई. सिद्धार्थ मल्होत्रा और रश्मिका मंदाना की फिल्म ‘मिशन मजनू’ के का रोमांटिक गाना ‘रब्बा जांदा’ रिलीज हो चुका है। इस गाने में रश्मिका मंदाना एक अंधी लड़की की भूमिका में नजर आ रही हैं। इस गाने को देखने के बाद काजोल की फिल्म ‘फना’ की याद आ जाती है। ‘मिशन मजनू’ में रश्मिका मंदाना अंधी लड़की नसरीन की भूमिका निभा रही हैं। आइए जानते हैं रश्मिका मंदाना से पहले बॉलीवुड की और कौन कौन सी अभिनेत्रियां फिल्मों में अंधी लड़की की भूमिका निभा चुकी हैं और इसका बॉक्स ऑफिस नतीजा क्या रहा…
मौसमी चटर्जी ने फिल्म ‘अनुराग’ में एक अंधी लड़की शिवांगी का किरदार निभाया था जो मूर्तियां बनाती है। इस फिल्म में विनोद मेहरा ने राजेश का किरदार निभाया था जिसकी कैंसर से मृत्यु हो जाती है और जाते जाते वह अपनी आंखे शिवांगी को दान दे देता है। इस फिल्म लता मंगेशकर और मोहम्मद रफी का गाया गीत ‘वो क्या है…’ बहुत ही हिट हुआ था। साल 1972 में रिलीज इस फिल्म के निर्माता निर्देशक शक्ति सामंत थे। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही।
शक्ति सामंत के निर्देशन में बनी फिल्म ‘बरसात की एक रात’ 20 फरवरी 1981 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में राखी ने अभि भट्टाचार्य की अंधी बेटी रजनी का किरदार निभाया था। यह फिल्म हिंदी और बंगाली में एक साथ शूट हुई थी। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और अमजद खान की मुख्य भूमिका थी। बरसात की एक रात में राखी का निभाया गया किरदार काफी यादगार बन गया था, फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बंगाली में खूब चली। हिंदी में फिल्म को उतनी सफलता नहीं मिल सकी।
रमेश सिप्पी के निर्देशन में बनी फिल्म ‘भ्रष्टाचार’ में शिल्पा शिरोडकर अंधी लड़की गोपी का किरदार निभाया था जिसकी बलात्कार के बाद हत्या कर दी जाती है। शिल्पा शिरोडकर पर फिल्माया इस फिल्म का ‘तेरे नैना मेरी नैनो से…’ काफी लोकप्रिय हुआ था। इस फिल्म में रजनीकांत, रेखा और मिथुन चक्रवर्ती जैसे बड़े सितारों के बीच शिल्पा शिरोडकर के काम की तारीफ तो हुई लेकिन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही। ये फिल्म 22 नवंबर 1989 को रिलीज हुई थी।
अंधे किरदारों की कड़ी में ‘हम तुम्हारे हैं सनम’ में ऐश्वर्या राय बच्चन ने भी छोटी सी भूमिका निभाई थी। इस फिल्म में उन्होंने सलमान खान की प्रेमिका सुमन का किरदार निभाया था। फिल्म की कहानी शाहरुख खान, माधुरी दीक्षित और सलमान खान के इर्द गिर्द घूमती है। फिल्म का निर्माण के सी बोकाडिया ने किया था और यह फिल्म 24 मई 2002 को रिलीज हुई थी और फ्लॉप रही थी।
संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी फिल्म ‘ब्लैक’ में रानी मुखर्जी ने अंधी लड़की का किरदार था। यह फिल्म 4 फरवरी 2004 में प्रदर्शित हुई थी। ‘ब्लैक’ रानी मुखर्जी के करियर की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक है। इस फिल्म में रानी मुखर्जी ने मिशेल की भूमिका निभाई थी जो दो साल की उम्र में अपनी दृष्टि को देती है और बड़े होने के बाद हिंसक और बेकाबू हो जाती है। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ने देबराज सहाय का किरदार निभाया जो मिशेल मैकनेली को ठीक करने का जिम्मा उठाता हैं। फिल्म को समीक्षकों की तो खूब सराहना मिली लेकिन बॉक्स ऑफिस पर फिल्म फ्लॉप रही।
‘नैना’ एक हिंदी हॉरर फिल्म है जिसमे उर्मिला मातोंडकर ने डॉक्टर नैना शाह का किरदार निभाया था। श्रीपाल मोराखिया के निर्देशन में बनी यह फिल्म 20 मई 2005 को रिलीज हुई थी। यह फिल्म ‘द आई’ की रीमेक है जिसे पैंग ब्रदर्स ने निर्देशित किया था। ‘नैना’ में उर्मिला मातोंडकर ने एक ऐसी लड़की का किरदार निभाया था जिसकी सूर्य ग्रहण के दौरान आंखों की रोशनी चली जाती है और ऑपरेशन के बाद आंखों की रोशनी आती है तो उसे अजीबो गरीब शक्ले दिखाई देने लगती हैं। फिल्म का विषय दर्शकों को पसंद नहीं आया और फिल्म सिनेमाघरों में फ्लॉप रही।
अमीषा पटेल ने “हमको तुमसे प्यार है’ में गांव की एक अंधी लड़की दुर्गा का किरदार निभाया था जिसमें मिट्टी के बर्तनों को आकार देने की प्रतिभा है। इस फिल्म में अमीषा पटेल के साथ अर्जुन रामपाल और बॉबी देओल ने काम किया था। 24 फरवरी 2006 को रिलीज हुई इस फिल्म का निर्देशन विक्रम भट्ट ने किया था। फिल्म का नतीजा इसके मेकर्स के पक्ष में नहीं रहा और दर्शकों ने इसे सिरे से नकार दिया।
फिल्म ‘फना’ में काजोल ने अंधी लड़की की भूमिका निभाई थी। कुणाल कोहली के निर्देशन में बनी यह फिल्म 26 मई 2006 को रिलीज हुई। यश राज फिल्म्स के बैनर तले बनी इस फिल्म का निर्माण यश चोपड़ा और आदित्य चोपड़ा ने किया था। ‘फना’ में काजोल ने कश्मीरी लड़की जूनी अली बेग का किरदार निभाया था। नई दिल्ली में 26 जनवरी के अवसर पर परफॉर्मेंस के दौरान जूनी अली बेग को एक पर्यटक गाइड से प्यार हो जाता है। बाद में पता चलता है कि वह एक आतंकवादी है। इस फिल्म में काजोल के अभिनय की खूब तारीफ हुई थी और उन्हें इस फिल्म के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड भी मिला था। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही।
प्रदीप सरकार के निर्देशन में बनी फिल्म ‘लफंगे परिंदे’ का निर्माण आदित्य चोपड़ा ने किया था। 10 अगस्त 2010 को रिलीज हुई इस फिल्म में दीपिका पादुकोण ने पिंकी पारकर का किरदार निभाया था जिसे स्केट पहनकर डांस करने का शौक है और वह रियलिटी शो में भाग लेना चाहती हैं, लेकिन नील नितिन मुकेश की एक गलती की वजह से अंधी हो जाती है फिर नील दीपिका की आंखें बनने की कोशिश करता है। दीपिका पादुकोण को यह नहीं पता होता है कि उसके अंधे होने की वजह नील है,एक दिन जब राज खुलता है तो नील दीपिका की नजरों में गिर जाता है। फिल्म फ्लॉप रही।
काजल अग्रवाल ने ‘दो लफ्जों की कहानी’ में अंधी लड़की की भूमिका निभाई थी। 10 जून 2016 को रिलीज हुई इस फिल्म का निर्देशन एक्टर से डायरेक्टर बने दीपक तिजोरी ने किया था। फिल्म में काजल अग्रवाल ने जेनी का किरदार निभाया था। जेनी मलयेशिया में अकेले रहती है और एक दिन उसकी मुलाकात पूर्व मुक्केबाज सूरज का किरदार निभा रहे रणदीप हुड्डा से होती है। दोनो दोस्त बन जाते हैं और यहां से दोनों के बीच केमेस्ट्री शुरू हो जाती है। यह फिल्म व्यावसायिक रूप से उतनी सफल तो नहीं रही लेकिन अंधी लड़की की भूमिका में काजल अग्रवाल के काम को लोगों ने पसंद किया।