नई दिल्ली. स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, दुनियाभर में जिस तेजी से कई प्रकार की क्रोनिक बीमारियां बढ़ती जा रही हैं, इससे बचाव के उपाय सभी उम्र के लोगों को करते रहने चाहिए। कुछ दशकों पहले तक जो बीमारियां सामान्यतौर पर उम्र बढ़ने के साथ हुआ करती थीं, अब वही समस्या कम आयु वाले लोगों में भी देखी जा रही हैं। डायबिटीज-हृदय रोग ऐसी ही समस्याएं हैं। इनसे बचाव के लिए आहार को ठीक रखने के साथ विशेषज्ञ नियमित रूप से योगासनों को जीवनशैली में शामिल करने की सलाह देते हैं। योग के अभ्यास की आदत बनाकर आप शरीर और मन, दोनों को स्वस्थ और फिट रख सकते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, बच्चे हों या बुजुर्ग, सभी लोगों को दिनचर्या में योग को जरूर शामिल करना चाहिए। अगर आप स्वस्थ हैं तो ऐसा करके भविष्य में होने वाली कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के खतरे से बचे रह सकते हैं, वहीं यदि आपको पहले से ही कोई समस्या है तो उसके आधार पर योगासनों का अभ्यास करके लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है।
योग जीवन के किसी भी मोड़ पर आपकी जीवनशैली में सुधार कर सकता है। यह बहुत फायदेमंद होता है जब बच्चे योग का अभ्यास करना शुरू कर देते हैं क्योंकि यह उनकी आजीवन फिटनेस की नींव रखता है। आइए जानते हैं कि हर उम्र के लोगों के लिए कौन से योगाभ्यास कारगर हो सकते हैं?
अधोमुख शवासन योग हर आयु वाले लोग आसानी से करके लाभ पा सकते हैं। यह शरीर में रक्त के संचरण को ठीक रखने वाला अभ्यास है जो हर उम्र में फिटनेस के लिए अत्यंत आवश्यक है। यह योगासन आपके पूरे शरीर को ताकत देता है और उसकी स्ट्रेचिंग करने में मदद करता है। कमर दर्द से राहत दिलाने से लेकर सिरदर्द, थकान और अनिद्रा जैसी समस्याओं को दूर करने में भी इस योग के लाभ हो सकते हैं।
सभी आयु के लोगों के लिए नियमित रूप से प्राणायाम का अभ्यास करना आवश्यक माना जाता है, यह दिमाग को शांत करने का सबसे कारगर तरीका है। प्राणायाम, श्वास के माध्यम से ऑक्सीजन का बढ़ावा देकर कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर को कम करता है। प्राणायाम आसनों से मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को भी लाभ होता है। फेफड़ों को मजबूत करने और नींद की गुणवत्ता में सुधार करने में भी प्राणयाम से लाभ मिलता है।
भुजंगासन योग करने से क्यो होता है?
सभी आयु वाले लोगों में पीठ और रीढ़ से संबंधित समस्याएं बढ़ती हुई देखी जा रही है, इस तरह की दिकक्तों से बचे रहने के लिए भुजंगासन का अभ्यास करना आपको लाभ दे सकता है। यह अभ्यास छाती और फेफड़ों, कंधों और पेट को फैलाता है। तनाव और थकान को दूर करने में भी इससे मदद मिलता है। इस योग के शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की सेहत से संबंधित लाभ देखे गए हैं। इसे दिनचर्या में जरूर शामिल करें।