नई दिल्ली। राहुल ने अपने नौ साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में 44 टेस्ट, 23 वनडे और 55 टी20 में भारत के लिए ओपनिंग की है। राहुल इस बदलाव के बारे में गंभीर हैं और उनका लक्ष्य केवल मध्यक्रम पर ध्यान केंद्रित करना है। वह वनडे प्रारूप में अपनी हालिया सफलता से उत्साहित हैं। विश्व कप में उन्होंने 10 मैचों में 75 से अधिक की औसत से प्रभावशाली 452 रन बनाए थे।
वनडे विश्व कप में हार के बाद टीम इंडिया की नजर अब टी20 विश्व कप पर है। इसके लिए प्रबंधन ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। वहीं, खिलाड़ी भी अपनी कमर कस रहे हैं। विश्व कप में विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी से शानदार प्रदर्शन करने वाले केएल राहुल अब टी20 के लिए खुद नए सिरे से तैयार कर रहे हैं। राहुल ने इसके लिए आईपीएल की अपनी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल अब सिर्फ वनडे ही नहीं बल्कि तीनों फॉर्मेट में मध्यक्रम में बल्लेबाजी करना चाह रहे हैं। इसकी शुरुआत दक्षिण अफ्रीका में दो टेस्ट मैचों की सीरीज से हो सकती है। वह पहले ही मध्यक्रम में बल्लेबाजी कर चुके हैं, लेकिन ऐसा नियमित रूप से करने के बारे में सोच रहे हैं।
वह तीन वनडे मैचों की सीरीज में कप्तानी करेंगे। इस फॉर्मेट में वह पहले से ही मध्यक्रम में उतरते हैं। अगर वह इस प्रयोग में सफल होते हैं तो तीनों फॉर्मेट में विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में टीम को एक विकल्प मिल जाएगा।
इससे इसकी संभावना बढ़ती जा रही है कि वह न केवल तीन वनडे मैचों में विकेटकीपिंग करेंगे बल्कि टेस्ट मैचों में भी यही जिम्मेदारी संभालेंगे। ईशान किशन भी 16 सदस्यीय टीम का हिस्सा हैं, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि राहुल विकेटकीपिंग के लिए ईशान की तुलना में पसंदीदा विकल्प होंगे।
आने वाले महीनों में विशेष रूप से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट, इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट और आईपीएल के आगामी सीजन में मध्य क्रम के बल्लेबाज के रूप में राहुल के परिवर्तन को करीब से देखा जा सकता है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नई दिल्ली में खेले गए अपने पिछले टेस्ट में पारी की शुरुआत की थी।
राहुल ने काफी दिनों तक तीनों फॉर्मेट में ओपनिंग की है। यहां तक कि आईपीएल में भी वह पारी की शुरुआत ही करते हैं। अब उनके लखनऊ सुपर जाएंट्स के लिए मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने की उम्मीद है। इसका असर आईपीएल की नीलामी के दौरान देखने को मिल सकता है। फ्रेंचाइजी किसी भारतीय ओपनर को खरीदना चाहेगी।
राहुल ने अपने नौ साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में 44 टेस्ट, 23 वनडे और 55 टी20 में भारत के लिए ओपनिंग की है। राहुल इस बदलाव के बारे में गंभीर हैं और उनका लक्ष्य केवल मध्यक्रम पर ध्यान केंद्रित करना है।वह वनडे प्रारूप में अपनी हालिया सफलता से उत्साहित हैं। विश्व कप में उन्होंने 10 मैचों में 75 से अधिक की औसत से प्रभावशाली 452 रन बनाए थे।
राहुल ने न केवल कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ सहित टीम प्रबंधन के साथ बल्कि मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर के साथ भी चर्चा की है। उनका पहला उद्देश्य टी20 अंतरराष्ट्रीय सहित सभी प्रारूपों में मध्यक्रम की स्थिति को सुरक्षित करना है।
राहुल आगामी टी20 विश्व कप के लिए टीम में अपनी जगह बनाने के लिए ऐसा करना चाहते हैं। लखनऊ सुपर जाएंट्स टीम में क्विंटन डिकॉक, कायेल मेयर्स और नए खिलाड़ी देवदत्त पडिक्कल ओपनिंग के विकल्प हैं।