बगदाद। कोरोना वायरस की मार झेल रहे इराक से बेहद दर्दनाक खबर सामने आ रही है। यहां के एक कोविड अस्पताल में भीषण आग लगने से हड़कंप मच गया, प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस घटना में 110 लोग घालय हो गए हैं जबकि 82 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है। आग रविवार तड़के लगी, सूचना मिलते ही दमकल की दर्जनों गाड़ियां मौके पर पहुंच गई थीं, आग पर काबू पाया जा चुका है हालांकि मरीजों का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। जिस अस्पताल में आग लगी वहां कोरोना वायरस मरीजों का इलाज किया जा रहा था। आग लगने की मुख्य वजह ऑक्सीजन टैंकर में विस्फोट को बताया जा रहा है।
इराकी आंतरिक मंत्रालय ने इस मामले में जानकारी दी है कि बगदाद स्थित कोविड अस्पताल में आग रविवार तड़के लगी थी। आग अस्पताल के इंटेंसिव केयर यूनिट में लगी, जहां कोविड से संक्रमित मरीज भर्ती थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अस्पताल में आग ऑक्सीजन सिलेंडर के भंडारण विस्फोट के चलते हुआ, जिससे सैकड़ों लोग घायल हो गए हैं। सोशल मीडिया पर घटना के कुछ वीडियो में सामने आए हैं जिसमें देखा जा सकता है कि दमकलकर्मी आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं।
अस्पताल में विस्फोट होने से हड़कंप मच गया कुछ मरीजों की मौत ऑक्सीजन सप्लाई में आई बाधा की वजह से हुआ तो कुछ की मौत दम घुटने से हुई है। मरीजों और उनके रिश्तेदारों ने इमारत से भागने की कोशिश की जिसके कुछ सफल भी हुए। स्थानीय मीडिया के मुताबिक घटनास्थल पर 120 रोगियों और उनके रिश्तेदारों में से 90 लोगों को बचाया, लेकिन अभी भी मृतकों और घायलों की संख्या में बढ़ोतरी की आशंका जताई जा रही है। बता दें कि इराक पर भी कोरोना वायरस का कहर टूट पड़ा है, गत बुधवार यहां कुल संक्रमितों की संख्या 10 लाख से अधिक हो गई थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक, आग की घटना के बाद प्रधानमंत्री ने बगदाद ऑपरेशन कमान में आपात बैठक बुलाई जिसमें इराकी सुरक्षा अधिकारी शामिल हुए. इस बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह लापरवाही की वजह से हुआ. उन्होंने कहा, ‘ऐसे मामलों में लापरवाही गलती नहीं हो सकती, बल्कि अपराध है जिसके लिए सभी पक्ष जिम्मेदार हैं. प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से 24 घंटे में मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा.’
इराक में रोजाना मिल रहे 8000 से अधिक नए मरीज
इराक में संयुक्त राष्ट्र की दूत जेनिन हेनिस प्लेसकार्ट ने घटना पर दुख व्यक्त किया और अस्पतालों में अधिक सुरक्षा उपाय करने का आह्वान किया. ऐसा बताया जा रहा है कि अस्पताल में आग कम से कम एक ऑक्सीजन सिलेंडर के फटने से लगी. बताते चलें कि इराक में कोविड-19 के रोज 8,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं. सरकार लोगों से टीका लगवाने का अनुरोध कर रही है, लेकिन देश की कमजोर स्वास्थ्य व्यवस्था और टीकों पर भरोसा न होने के कारण लोग आगे नहीं आ रहे हैं.