ग्रेटर नोएडा। सेक्टर 67 स्थित दवा फर्म मैरियन बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड का उत्तर प्रदेश खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने अगले आदेश आने तक लाइसेंस निरस्त कर दिया है। रॉ मैटेरियल और दवा का रिकॉर्ड समय पर नहीं देने पर यह कदम उठाया गया है।
कथित तौर पर उज्बेकिस्तान में भारतीय दवा निर्माता कंपनी का कफ सिरप पीने से बच्चों की मौत के बाद फैक्टरी में दवा उत्पादक बिक्री पर रोक लगा दी गई थी। अब तक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) मेरठ के खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई में कंपनी के कुल 32 नमूने लिए गए हैं। 27 दिसंबर को दो कफ सिरप, एक टेबलेट, सिरप बनाने में इस्तेमाल दो रॉ मैटेरियल के नमूने रीजनल ड्रग रेगुलेटरी (आरटीडीएस) चंडीगढ़ भेजे गए थे। हालांकि 15 दिन बाद भी नमूने की रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
जिला औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर ने बताया कि उत्तर प्रदेश खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की ओर से अगला आदेश आने तक लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है। दवा कंपनी को इसकी जानकारी दे दी गई है। कंपनी को उत्पादन को बंद करने के आदेश की कॉपी उपलब्ध कराई गई है। हालांकि अभी दवा नमूनों की रिपोर्ट नहीं आई है।
जानकारी के मुताबिक उज्बेकिस्तान भेजी गई कफ सिरप का निर्माण मई 2021 में हुआ था। इसके एक्सपायरी अप्रैल 2024 में है। सिरप कि जून में आपूर्ति की गई थी।