अयोध्या. उत्तर प्रदेश बोर्ड में स्कूलों में मुगलों के इतिहास को पढ़ाने की खबरों का शिक्षा मंत्री ने खंडन किया है. यूपी की माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि मीडिया और सोशल मीडिया पर भाम्रक खबरें चल रही हैं. जबकि ऐसा नहीं है.
दरअसल, बीते कल से ही सोशल मीडिया पर इस तरह की खबर चल रही थी कि .यूपी बोर्ड में अब मुगलों के इतिहास को नहीं पढ़ाया जाएगा. इस मसले पर अब माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि एनसीईआरटी की किताबों में मुगल चैप्टर नहीं हटाए गए हैं. माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने न्यूज़-18 से बातचीत में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी की किताबों में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है और मुगल शासन काल के किसी भी चैप्टर को नहीं हटाया गया है. सोशल मीडिया, अख़बार और टीवी पर चल रही खबरें झूठी और भ्रामक हैं.
वह बोली कि एनसीईआरटी, अगर किसी तरह का कोई बदलाव करता है तो वह राज्य सरकार को बताएगा. शिक्षामंत्री ने बताया कि राज्य सरकार की तरफ से भी 11वीं और 12वीं की किताबों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. साथ ही माध्यमिक शिक्षा विभाग की तरफ से किताबों का सिलेबस सबसे बेहतर है. हम देश के सबसे बेहतर सिलेबस को पढ़ा रहे हैं.
वहीं, रामलला के प्रधान पुजारी ने अपने बयान में कहा कि मुगलों के शासन में जो कुछ हुआ, उसको बदला जाना चाहिए. केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं, मुगलों के नाम से कई सड़क और स्टेशन के नाम है. इनका नाम बदला जाना चाहिए. मुगलों का इतिहास बंद होना चाहिए.