ग्वालियर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की शुरुआत मध्य प्रदेश के कूनो अभयारण्य में आए चीतों से की। उन्होंने इस दौरान चीतों का नाम सुझाने के लिए एक प्रतियोगिता का ऐलान भी किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि चीतों पर बात करने के लिए ढ़ेर सारे संदेश आए हैं, वह चाहे उत्तर प्रदेश के अरुण कुमार गुप्ता हो या फिर तेलंगाना के एन. रामचंद्रन रघुराम, गुजरात के राजन हो या फिर दिल्ली के सुब्रत। देश के कोने-कोने से लोगों ने भारत में चीतों के लौटने पर खुशियां जताई हैं।
130 करोड़ भारतवासी खुश हैं, गर्व से भरे हैं- यह है भारत का प्रकृति प्रेम। इस बारे में लोगों का एक सवाल यही है कि हमें चीतों को देखने का अवसर कब मिलेगा?
इन सवालों का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि एक टास्क फोर्स बनी है। यह टास्क फोर्स चीतों की मानिटरिंग करेगी और ये देखेगी कि यहां के माहौल में वो कितने घुल-मिल पाए हैं। इसी आधार पर कुछ महीने बाद कोई निर्णय लिया जाएगा, और तब आप, चीतों को देख पाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेडियो कार्यक्रम में कहा कि मैं आप सबको कुछ काम सौंप रहा हूं, इसके लिए मार्य गवर्नमेंट के प्लेटफार्म पर, एक प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी, जिसमें लोगों से मैं कुछ चीजें शेयर करने का आग्रह करता हूं।
चीतों को लेकर जो हम अभियान चला रहे हैं, आखिर, उस अभियान का नाम क्या होना चाहिए। क्या हम इन सभी चीतों के नामकरण के बारे में भी सोच सकते हैं, कि, इनमें से हर एक को, किस नाम से बुलाया जाए।