शामली। डीएम जसजीत कौर ने बुधवार को वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निर्माण कार्य के संबंध में जानकारी ली। डीएम ने निर्देश दिया कि अवशेष कार्यों को गुणवत्ता पूर्वक व समय से पूरा कराएं। जिससे मामौर झील के प्रदूषित पानी और बरसात में झील के ओवरफ्लो होने से किसानों की फसलों को हानि से बचाया जा सके। अधिशासी अभियंता जल निगम दीपक कुमार ने बताया कि निर्माण कार्य गुरुग्राम की कंपनी कर रही है। परियोजना की लागत 78.42 करोड़ है। 27 मई 2023 तक परियोजना पूरी करने का लक्ष्य है। 29.26 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं।
इस दौरान ग्राम प्रधान मवी ने पाइप लाइन को ग्राम के अंदर से न डालकर गांव के बाहर से ही दूसरे रास्ते से डालकर यमुना नदी तक ले जाने का आग्रह किया। जिस पर डीएम ने एसडीएम कैराना से रास्ते की जांच कराकर पाइप लाइन को डालने के लिए निराकरण कराने का आश्वासन ग्राम प्रधान को दिया। निरीक्षण के दौरान सीडीओ शंभूनाथ तिवारी, जल निगम के सहायक अभियंता मनोज कुमार पाल, जेई सौरभ गुप्ता आदि मौजूद रहे।