मुजफ्फरनगर। चर्चित रामपुर तिराहा कांड की सीबीआई बनाम राधा मोहन द्विवेदी पत्रावली में 15 मई से रोजाना सुनवाई होगी। अदालत ने साक्ष्य के लिए छह गवाहों को समन जारी कर दिए हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपर जिला जज अंजनी कुमार सिंह को सुनवाई के लिए अधिकृत किया है।
उत्तराखंड संघर्ष समिति के अधिवक्ता अनुराग वर्मा ने बताया कि बुधवार को सुनवाई के दौरान सात आरोपी हाजिर हुए लेकिन गवाही की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी। अदालत ने सुनवाई के लिए अगली तिथि 15 मई तय की है। किसी विशेष परिस्थिति को छोड़कर अब पत्रावली में रोजाना सुनवाई के आदेश दिए गए हैं। पीड़िताओं के साथ दुष्कर्म और लूट के इस मामले में 21 आरोपी हैं।
रामपुर तिराहा कांड में सेशन कोर्ट में सीबीआई बनाम राधा मोहन द्विवेदी की पत्रावली में सुनवाई चल रही है जबकि सीबीआई बनाम बृज किशोर और सीबीआई बनाम एसपी मिश्रा की पत्रावली का मजिस्ट्रेट ट्रायल चल रहा है।
एक अक्तूबर, 1994 की रात अलग राज्य की मांग के लिए देहरादून से बसों में सवार होकर आंदोलनकारी दिल्ली के लिए निकले थे। इनमें महिला आंदोलनकारी भी शामिल थीं। पुलिसकर्मियों ने रात करीब एक बजे रामपुर तिराहा पर बस रुकवा ली गई। आरोप है कि महिला आंदोलनकारियों के साथ छेड़खानी और दुष्कर्म किया। उत्तराखंड संघर्ष समिति ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। 25 जनवरी 1995 को सीबीआई ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए थे, जिसकी सुनवाई चल रही है।