शिलांग. सत्ता के लिए जानी दुश्मन की तरह लड़ने वालीं भाजपा और कांग्रेस मेघालय में एक ही गठबंधन में हैं. सुनने में भले ही ये अजीब लगे, लेकिन यही हकीकत है. दरअसल, राज्य में Congress के सभी पांच विधायक मंगलवार को BJP समर्थित सत्तारूढ़ मेघालय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल हो गए. इस तरह से दोनों पार्टियां एक ही गठबंधन का हिस्सा बन गई हैं. राज्य विधान सभा में अब केवल ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ही विपक्ष में रह गई है.
कांग्रेस विधायक दल के नेता अमपरीन लिंगदोह ने कहा कि हम भले ही एमडीए में शामिल हो गए लेकिन कांग्रेस का हिस्सा बने रहेंगे. वहीं, नेशनल पीपुल्स पार्टी प्रमुख कोनराड संगमा ने कहा कि आधिकारिक तौर पर एमडीए सरकार को अपना समर्थन देने का वादा करने वाले कांग्रेस विधायकों का स्वागत करते हुए हमें खुशी हो रही है. हम लोगों और राज्य के हित में सरकार को मजबूत करने के लिए एमडीए के बैनर तले मिलकर काम करेंगे.
पिछले साल पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा सहित 12 विधायक कांग्रेस छोड़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे. इसके बाद मेघालय विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या पांच रह गई थी, जबकि शुरुआत में विपक्षी पार्टी के सदन में 17 सदस्य थे. कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) ने औपचारिक रूप से मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा को समर्थन का पत्र दिया है.
समर्थन पत्र में कहा गया है, ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विधायकों ने एमडीए सरकार में आठ फरवरी 2022 को शामिल होने का फैसला किया है. हम सरकार के हाथ और फैसलों को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री और एमडीए का समर्थन करने की इच्छा व्यक्त करते हैं ताकि सुनिश्चित हो सके कि हमारे संयुक्त प्रयास से नागरिकों के हित में राज्य आगे बढ़े’.
इस पत्र पर कांग्रेस विधायक दल के नेता अमपरीन लिंगदोह, विधायक पीटी सॉक्मी, मायरलबोर्न सिएम, केएस मारबानियांग और मोहेंद्रो रापसांग ने हस्ताक्षर किए हैं. पत्र की एक प्रति कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी भेजी गई है. लिंगदोह ने इसके साथ ही कांग्रेस विधायकों की मुख्यमंत्री के साथ तस्वीर ट्विटर पर साझा की है और लिखा, ‘मेघालय कांग्रेस के पांच विधायकों ने राज्य के लोगों खासतौर पर हमारे निर्वाचन क्षेत्रों के लोगों के हित में मेघालय जनतांत्रिक गठबंधन प्रशासन में शामिल होने का फैसला किया है’.
बता दें कि नेशनल पीपुल्स पार्टी नीत एमडीए का भाजपा समर्थन कर रही है. भाजपा विधायक सोनबोर शुल्लाई मेघालय सरकार में मंत्री भी हैं. कांग्रेस विधायकों के सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल होने के बाद विधानसभा में विपक्षी पार्टी के रूप में केवल तृणमूल कांग्रेस बच गई है. तृणमूल पार्टी ने ट्वीट करके कहा कि भ्रष्ट और सत्ता के भूखे लोगों ने आधिकारिक रूप से हाथ मिला लिया है.