हार्ट अटैक कभी बड़ी उम्र की बीमारी मानी जाती थी लेकिन बदलते वक्त और लाइफस्टाइल के साथ ही अब इस जानलेवा बीमारी के शिकार कम उम्र के लोग भी होने लगे हैं. हाल ही में मशहूर कॉमेडिशन राजू श्रीवास्तव का भी हार्ट अटैक की वजह से निधन हो चुका है. Sudden हार्ट अटैक आने के पीछे कई कारण हो सकते हैं. इसमें मुख्य तौर पर खानपान की आदतें, जेनेटिक परेशानी, ब्लड प्रेशर को नज़रअंदाज करना जैसी वजहें हो सकती हैं. ऐसे में कई बार छोटी सी लापरवाही भी सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है.
दिल्ली हार्ट एंड लंग्स अस्पताल के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट के के सेठी के अनुसार Sudden हार्ट अटैक जिसे सडन कार्डियो अरेस्ट भी कहा जाता है, ये कई वजह से हो सकता है. सबसे पहले यह देखना है कि आदमी किस तरह की एक्सरसाइज़ कर रहा है? उसकी उम्र कितनी है आदि. अगर किसी की उम्र 25 साल से ज्यादा और 40 साल से कम है तो वजन का ज्यादा होना, बीपी होना, डायबिटीज होना भी हार्ट अटैक की वजह हो सकती हैं.
सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट के के सेठी कहते हैं कि आजकल सिगरेट, तंबाकू फैशन में आ गया है, जो हार्ट अटैक की वजह बन सकता है. इसके साथ ही ये भी देखना जरूरी है कि परिवार में किसी को ब्लड प्रेशर सहित अन्य बीमारियां तो नहीं है. अगर जेनेटिक तकलीफ हो तो जींस के अंदर हार्ट अटैक होने की आशंका बढ़ जाती है. डॉ. सेठी के अनुसार हार्ट अटैक के लिए सबसे कॉमन है नस बंद होना जाना या ब्लॉक हो जाना.
अगर फैमिली में 55 साल से कम उम्र के किसी सदस्य जैसे पिता या चाचा, मामा, बुआ को हार्ट अटैक हो चुका है. या किसी महिला को जिन्हें 65 साल से कम में यह हुआ हो तो उन्हें जेनेटिक रिस्क होने का सबसे ज्यादा खतरा होता है. डॉ, सेठी आगे कहते हैं कि व्यक्ति को पता होना चाहिए कि उसकी रिस्क स्टेटस क्या है कोई ब्लड प्रेशर के सिम्पटम तो नहीं है. 25 साल के बाद ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को जरूर चेक करें तंबाकू सिगरेट का सेवन नही करें बीड़ी भी काफी नुकसान देती है.
हार्ट अटैक होने के लिए यह जरूरी नहीं कि 90% ब्लॉकेज ही हो. कई बार 50% ब्लॉकेज में अचानक ऐसे हालात बन जाते हैं कि मरीज को सडन हार्ट अटैक हो सकता है. कई लोग लापरवाही की वजह से अपना रूटीन चेकअप नहीं कराते हैं. डॉ. सेठी कहते हैं कि आजकल के माहौल को देखते हुए 25 साल के ऊपर के हर शख्स को अपना रिस्क फैक्टर देखना चाहिए और डाइट कंट्रोल कर एक्सरसाइज़, वॉक करना चाहिए.
इस तरह कम करनें हार्ट अटैक का रिस्क
– जेनेटिक रिस्क का रखें ध्यान.
– डाइट में शामिल करें हेल्दी फूड
– रोजाना 30 से 40 मिनट तक वॉक करें.
– पेट भरा होने की स्थिति में वॉक न करें.
– हार्ट अटैक से बचने के लिए वजन कंट्रोल करना ज़रूरी.
– हाई शुगर की चीजें जैसे केक, पेस्ट्री स्वीट्स न खाएं.
– ज्यादा ऑयली चीजों को खाने से करें परहेज.
– नियमित एक्सरसाइज़, योग करें.