लखनऊ। बसपा ने यूपी के लिए तीन नए प्रत्याशियों की घोषणा की है। इस नई लिस्ट में पार्टी ने अमेठी, प्रतापगढ़ और झांसी में उम्मीदवार घोषित किए हैं। अमेठी में नन्हें सिंह चौहान, प्रतापगढ़ में प्रथमेश मिश्रा और झांसी में रवि प्रकाश कुशवाहा पार्टी के प्रत्याशी होंगे। पार्टी ने अमेठी से उम्मीदवार बदल दिया है। एक दिन पहले रविवार को ही अमेठी सीट पर रवि प्रकाश मौर्या को प्रत्याशी बनाया गया था। वह अयोध्या से विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। उनकी जगह पर अब नन्हें सिंह चौहान पार्टी के प्रत्याशी होंगे।
अमेठी के सियासी रण में सोमवार को एक और बदलाव दिखा। दोपहर में बसपा के पहले घोषित प्रत्याशी रवि प्रकाश मौर्य ने नामांकन पत्र लिया था। वह पर्चा दाखिल करते इससे पहले ही देर शाम को जारी बसपा की सूची में दावेदार ही बदल गया। अब पार्टी ने सुल्तानपुर निवासी व्यवसायी नन्हे सिंह चौहान को दावेदार बनाया है। ताज्जुब की बात तो यह है कि अमेठी के नये दावेदार की प्रोफाइल के बारे में खुद बसपा जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार तक को पता नहीं है। प्रत्याशी के बारे में पूछने पर वह कहते हैं कि जिस तरह से आपको जानकारी मिली है, उसी तरह से हमें भी पता चला है।
अमेठी का सियासी रण दिलचस्प होता जा रहा है। बसपा ने अमेठी में पहला चुनाव 1989 में लड़ा था। उस वक्त राजीव गांधी के खिलाफ बसपा संस्थापक काशीराम चुनाव मैदान में उतरे थे। इसके बाद बसपा ने कई चुनाव लड़ा लेकिन, वह एक लाख वोट तक नहीं पा सकी। इस दौरान बसपा ने कई बदलाव किए लेकिन, बसपा का हाथी दिल्ली तक नहीं पहुंच सका। रविवार की शाम को बसपा ने अयोध्या के रवि प्रकाश मौर्य को उम्मीदवार बनाया था। उन्होंने नामांकन के लिए चार सेट में पर्चे भी ले लिए थे लेकिन, सोमवार की शाम को एकाएक दावेदार ही बदल दिए। ऐसे में नये दावेदार को लेकर खुद बसपा पदाधिकारी भी हतप्रभ है।
सुल्तानपुर जिले के लम्भुआ थाने के अर्जुनपुर गांव निवासी नन्हे सिंह चौहान अर्थशास्त्र से स्नातक पास है। वह गांव के तीन बार प्रधान रहे हैं। बसपा में करीब आठ साल से मिशन से जुड़े रहे हैं। नन्हे सिंह चौहान खुद बिल्डिंग मैटेरियल का कारोबार करते हैं। उनके दो भाई चंडीगढ़ में बिल्डर है। संसदीय चुनाव जैसा बड़ा चुनाव वह पहली बार लड़ रहे हैं। पहली मई को नामांकन करने की तैयारी में है।