जयपुर. राजस्थान घुमंतू जाति बोर्ड के पूर्व में अध्यक्ष रहे कांग्रेस नेता गोपाल केसावत की 21 वर्षीय बेटी अभिलाषा केसावत को अगवा किए हुए करीब 40 घंटे का समय बीत चुका है लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं. इस अवधि में पुलिस ने घटनास्थल और आसपास लगे करीब 400 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल लिए हैं लेकिन उनमें अभिलाषा कहीं नजर नहीं आई है. इस मामले की जांच के लिए प्रतापनगर थाना पुलिस समेत सीएसटी और डीएसटी की टीमें भी लगी हुई हैं. लेकिन अभी तक अभिलाषा का कोई सुराग नहीं लग पाया है.
राजधानी जयपुर में दिनदहाड़े हुई अपहरण की इस वारदात के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. पुलिस ने इस मामले में जांच को आगे बढ़ाते हुए गोपाल केसावत की ओर से दिए गए कुछ संदिग्ध लोगों की जानकारी के बाद उनको थाने बुलाकर पूछताछ की गई है. लेकिन उनसे भी पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया है. पुलिस का दावा है कि अपरहण के बाद शाम को अभिलाषा के मोबाइल की लोकेशन ट्रैस कर ली गई थी लेकिन उसके बाद का पता नहीं लग पाया है. जहां उसके मोबाइल की लोकेशन ट्रैस हुई वहां पुलिस पहुंची थी लेकिन अभिलाषा का कोई पता नहीं चला.
वहीं बेटी के अपहरण को 40 घंटे से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी उसका सुराग नहीं लगने से केसावत के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है. केसावत ने आशंका जाहिर की कि नशे के खिलाफ उनके राजनीतिक अभियान से भी कुछ लोग नाराज हो सकते हैं. बेटी के अपहरण के पीछे एक यह कारण भी हो सकता है. केसावत पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में राजस्थान घुमंतू जाति बोर्ड के चेयरमैन रहे थे. उस समय उनको राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त था. केसावत इस मामले को लेकर पुलिस कमिश्नर और अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर से भी मुलाकात कर चुके हैं.