हापुड। असरा का कुछ दिन पहले मेरठ के एक युवक से प्रेम-प्रसंग शुरू हुआ था। इसकी जानकारी अर्सलान व उसकी माता फातिमा को भी थी। फातिमा व अर्सलान दोनों असरा का निकाह उसके प्रेमी से कराना चाहते थे। ऐेसे में असरा दोनों की जानकारी के साथ अपने प्रेमी से बात करती थी। जबकि दोनों चाचा असरा की निकाह अपनी मर्जी से करना चाहते थे।
यूपी के हापुड़ कोतवाली क्षेत्र के अन्तर्गत मोहल्ला गोपीपुरा में शनिवार दोपहर संदिग्ध परिस्थितियों में हुई 18 वर्षीय असरा की मौत ऑनर किलिंग निकली। असरा के चाचा उसके प्रेम प्रसंग से नाराज थे और उन्होंने ही उसे पीट पीटकर मौत के घाट उतार दिया। पहले भाई पर हत्या की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन पुलिस की जांच में मामला खुल गया। पुलिस ने मृतका के दो चाचा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
मोहल्ला गोपीपुरा निवासी असरा शनिवार दोपहर को बाथरूम में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत मिली थी। मामले में मृतका की दादी ने उसके भाई अर्सलान उर्फ बंटी व उसके मामा के खिलाफ हत्या की तहरीर दी थी। जबकि भाई अपने दो चाचाओं पर हत्या का आरोप लगा रहा था। लेकिन पुलिस की जांच में मामला खुल गया।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार बताया कि मृतका के पिता शाहिद की करीब 15 साल पहले मौत हो गई थी। शाहिद की मौत के बाद पत्नी फातिमा व उसका पुत्र अर्सलान उर्फ बंटी व असरा अपनी दादी सलमा, चाचा माजिद और जावेद के साथ रहने लगे। कुछ दिन बाद फातिमा का निकाह शाहिद के भाई जाहिद के साथ हो गया था। जिससे फातिमा ने पुत्र गोलू को जन्म दिया था। आपसी मनमुटाव के चलते कुछ साल बाद फातिमा व जाहिद का तलाक हो गया। तलाक के बाद फातिमा ने जिला मेरठ के सरधना नवाबगढ़ी के व्यक्ति के साथ निकाह कर लिया और वहीं रहने लगी। तभी से उसके तीनों बच्चे यहीं दादी और चाचाओं के साथ रहते थे।
असरा का कुछ दिन पहले मेरठ के एक युवक से प्रेम-प्रसंग शुरू हुआ था। इसकी जानकारी अर्सलान व उसकी माता फातिमा को भी थी। फातिमा व अर्सलान दोनों असरा का निकाह उसके प्रेमी से कराना चाहते थे। ऐेसे में असरा दोनों की जानकारी के साथ अपने प्रेमी से बात करती थी। जबकि दोनों चाचा असरा की निकाह अपनी मर्जी से करना चाहते थे। शनिवार दोपहर असरा मोबाइल पर अपने प्रेमी से बात कर रही थी। दोनों ने उसे फोन पर बात करते हुए देखा तो आग बबूला हो गए और असरा का फोन छीनकर तोड़ दिया। दोनों आरोपियों ने असरा को बेरहमी से पीटा। बीच बिचाव में भाई अर्सलान आया तो आरोपियों ने उसे भी पीटा। घबराकर वह जान बचाकर भाग निकला।
पिटाई के दौरान असरा की चोट लगने के साथ गर्दन की हड्डी टूट गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हो गया। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की। दरअसल, आरोपियों ने पुलिस को बरगलाने का प्रयास किया।
पुलिस सही से जांच नहीं करती तो निर्दोष भाई हत्या के आरोप में जेल जा सकता था। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार ने बताया कि असरा की मौत के बाद आरोपियों ने आत्महत्या दर्शाने के लिए रस्सी से उसके गले पर निशान बनाने का प्रयास किया था। बताया गया था कि बाथरूम में असरा ने फांसी लगा ली। पुलिस ने जांच की तो उसे बाथरूम में लटकने का ऐसा कोई साधन दिखाई नहीं दिया। इसके अलावा आरोपी अपने बयान भी बार बार बदल रहे थे। जिसके कारण पुलिस को सफलता मिली और मामले का खुलासा हो गया।