अगर आप अपने पर्सनल डेटा को लीक होने से बचाना चाहते हैं तो तुरंत अलर्ट हो जाइए. आपके फोन में कई ऐसे ऐप्स हो सकते हैं, जिन पर मालवेयर का अटैक हो चुका है. ऐसे में आपकी प्राइवेसी पर खतरा बन जाता है. गूगल ने हाल ही में अपने प्लेटफॉर्म से ऐसी 9 ऐप्स को बैन किया है, जो गुपचुप तरीके से यूजर्स का डेटा चुरा रही थीं . लेकिन आप अभी भी उन ऐप्स का यूज कर रहे हैं तो तुरंत उन्हें डिलीट कर दें. हाल ही में रिसर्चर्स ने एक नया एंड्रॉयड ट्रोजन फ्लाईट्रैप स्पॉट किया है, जिसके जरिए 140 से ज्यादा देशों के फेसबुक यूजर्स के अकाउंट को हैक किया जा रहा है.
Zimperium zLabs की मोबाइल थ्रेट रिसर्च टीम के मुताबिक, 2021 मार्च से मालवेयर गूगल प्ले स्टोर के मैलिशियस ऐप, थर्ड पार्टी ऐप स्टोर और साइडलोडेड ऐप्स से फैला है. ये मालवेयर काफी सिंपल ट्रिक पर काम करता है. सबसे पहले ये विक्टिम को मैलेशियस ऐप में उनके फेसबुक क्रेडेंशियल के जरिए लॉगइन करवाता है, फिर वो यूजर्स के डेटा को चुरा लेता है.
रिसर्च में ये भी खुलासा हुआ कि फ्लाईट्रैप अलग-अलग तरह के मोबाइल ऐप्स जैसे नेटफ्लिक्स कूपन कोडगूगल ऐडवर्ल्ड कूपन कोड और बेस्ट फुटबॉल टीम वोटिंग और प्लेयर का इस्तेमाल करता है. ये ऐप्स डाउनलोड हो जाने के बाद यूजर्स को बेवकूफ बनाता है, और कई तरह के सवाल करता है. इन सभी का जवाब देने के बाद ये यूजर्स को फेसबुक लॉगइन पेज पर डायरेक्ट कर देता है, जिसके लिए ये वोट देने के लिए फेसबुक अकाउंट से लॉगइन करने के लिए कहता है.
आपको बता दें कि मालवेयर जावास्क्रिप्ट इंजेक्शन का इस्तेमाल करता है, जिससे वह यूजर्स की फेसबुक ID, लोकेशन, ईमेल अड्रेस और IP अड्रेस को एक्सेस ले लेते हैं. चुराई गई जानकारी फिर Flytrap के कमांड और कंट्रोल सर्वर पर ट्रांसफर कर देता है.
Ziperium ने गूगल को तीन खतरनाक ऐप्स के बारे में चेतावनी दी है, जो कि गूगल प्ले स्टोर के जरिए फ्लाईट्रैप मालवेयर को ट्रांसफर कर रहे थे. गूगल ने फिर रिसर्च और वेरिफाई करके मैलिशियस ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया.