देवास. मध्य प्रदेश के देवास जिले में गुरुवार को अजीबो-गरीब घटना घटी. 108 जननी एक्सप्रेस का दो बार डीजल खत्म होने से एक गर्भवती महिला की जान पर बन आई. एंबुलेंस चालक की लापरवाही से महिला बड़ी देर तक तड़पती रही. आखिरकार, उसके भाई की मदद से महिला को जैसे-तैसे अस्पताल ले जाया गया. इसके बाद महिला ने बच्चे को जन्म दिया. फिलहाल मां और बच्चा स्वस्थ हैं. इस मामले पर स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि 108 जननी एक्सप्रेस से हमारा कोई लेना देना नहीं. यह भोपाल से चलती है और ठेकेदार इसे चलाते हैं.
जानकारी के मुताबिक, पानकुआं की रहने वाली सुनीता डावर गर्भवती थीं. उनकी हालत गंभीर होती जा रही थी. उनकी हालत देख उन्हें पानकुआं से पुंजापुरा लाया गया. यहां से सुनीता को बागली अस्पताल रेफर किया गया. बागली के डॉक्टरों ने भी गर्भवती के परिजनों से कहा कि उसे देवास जिला अस्पताल ले जाएं. इसके बाद महिला को देवास लाने के लिए 108 जननी एक्सप्रेस की व्यवस्था की गई.
जननी एक्सप्रेस ने बागली से 6 किलोमीटर का सफर तय ही किया था कि गुनेरा नदी के पास उसका डीजल खत्म हो गया. इसके बाद आनन-फानन में महिला का भाई चापड़ा से 200 रुपए का डीजल लेकर आया और गाड़ी में डाला. इसके बाद 2 किलोमीटर चलते ही फिर से चापड़ा नाके के पास डीजल खत्म हो गया. इसके बाद फिर से प्रसूता का भाई डीजल लाया, तब जाकर जननी एक्सप्रेस पंप तक पहुंची. इस बीच प्रसूता दर्द से तड़प रही थी. इस मामले में महिला के परिजन जननी एक्सप्रेस के वाहन चालक की लापरवाही बता रहे हैं.
बीएमओ ने कही ये बात
इस मामले पर बागली बागली बीएमओ विष्णुलता उइके से फोन पर बात की गई. उन्होंने कहा कि इस गाड़ी से हमारा कोई लेना देना नहीं है. यह भोपाल से चलती है. ये ठेकेदार के हाथ में है. वाहन चालक की लापरवाही के बाद जिला अस्पताल पहुंची महिला ने एक स्वस्थ बालक को जन्म दिया. उसने बताया कि वाहन लेट होने पर मुझे काफी घबराहट होने के साथ पेट में दर्द हो रहा था. मेरा भाई डीजल लाया उसके बाद में अस्पताल पहुंची.