पिछले एक सप्ताह से शिकारी जंगल में घूम रहे हैं। जिस समय किसान खेतों में गन्ने छीलने का काम करता है, उस समय शिकारी नहीं आते, लेकिन जैसे ही किसान खेतों से काम करके घर लौटना शुरू हो जाते हैं तो शिकारी क्षेत्र के जंगलों में सेह समेत अन्य जीवों का शिकार कर रहे हैं। बुधवार को भी शिकारियों ने एक सेह को घेर लिया और उसका शिकार करने लगे,
तभी वहां से गुजरने वाले रोहताश, रविन्द्र, प्रमोद, धर्मवीर, आजाद आदि ने शोर मचा दिया। वहां पर काफी संख्या में किसान एकत्रित हो गए। जिसके बाद शिकारी सेह को छोड़कर वहां से फरार हो गए। किसानों ने उन्हेें पकड़ने का भी प्रयास किया, लेकिन वे किसानों को चकमा देकर फरार हो गए।
किसानों ने बताया कि वन विभाग के कर्मी गश्त करने की बजाय कार्यालयों पर बैठे रहतेे हैं, इसी का फायदा उठाकर शिकारी वन्य जीवों का शिकार कर रहे है। कुछ साल पहले शिकारियों ने बिजरौल गांव के जंगल में वन्य जीवों का शिकार किया था। उन्होंने गश्त बढ़ाकर शिकारियों को पकड़ने की मांग की।