नई दिल्ली। पितृपक्ष 25 सितंबर को समाप्त हो रहे हैं और इसी के साथ त्योहारी सीजन भी शुरू हो जाएगा। 26 सितंबर से नवरात्रि की शुरुआत से के साथ ही अक्टूबर माह में नवरात्रि, दशहरा, धनतेरस, दिवाली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज, छठ पूजा, करवा चौथ और शरद पूर्णिमा जैसे कई महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाएंगे। त्योहारी सीजन में घर-परिवारों में खुशी का माहौल रहेगा। 26 सितंबर से आने वाले एक माह में कौन कौन से प्रमुख त्योहार मनाए जाएंगे।
त्योहारों की सूची
25 सितंबर, रविवार: महालया, सर्व पितृ अमावस्या, पितृपक्ष समापन
26 सितंबर, सोमवार: शारदीय नवरात्र शुरू, घटस्थापना, मां शैलपुत्री पूजा, महाराजा अग्रसेन जयंती,
03 अक्टूबर सोमवार: दुर्गा अष्टमी या महाष्टमी, कन्या पूजन, हवन
04 अक्टूबर मंगलवार: महा नवमी, नवरात्रि पारण
05 अक्टूबर बुधवार: विजयादशमी, दुर्गा प्रतिमा विसर्जन, दशहरा, रावण पुतला दहन, देवी अपराजिता पूजन
09 अक्टूबर रविवार: शरद पूर्णिमा, कोजागर पूर्णिमा व्रत, आश्विन पूर्णिमा
13 अक्टूबर गुरुवार: करवा चौथ
17 अक्टूबर सोमवार: अहोई अष्टमी व्रत
23 अक्टूबर, रविवार: धनतेरस, मासिक शिवरात्रि
24 अक्टूबर, सोमवार: दिवाली, लक्ष्मी पूजन, नरक चतुर्दशी
26 अक्टूबर, बुधवार: गोवर्धन पूजा, भाई दूज या भैया दूज
30 अक्टूबर, रविवार: छठ पूजा
भारत में हर साल यह त्योहारी मौसम करीब 30 दिन का रहता है। इसकी शुरुआत महालया यानी श्राद्ध के अंतिम दिन से होती है। इस साल सर्वपितृ अमावस्या 25 सितंबर को है। फिर अगले दिन से 9 दिनों तक चलने वाला नवरात्रि पर्व शुरू हो जाता है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु व्रत रखते हैं और मां दुर्गा के अलग-अलग 9 रूपों की आराधना में लीन रहते हैं.
नवरात्रि खत्म होने के अगले दिन दशहरा पर्व है और इसके करीब 20 दिन बाद दिवाली का पर्व आता है, जो देश का सबसे बड़ा सांस्कृतिक त्योहार है. दिवाली के 6 दिन बाद छठ पूजा आती है और इसके साथ ही एक महीने तक चलने वाला भारत का सबसे बड़ा त्योहारी मौसम खत्म हो जाता है।