नागौर. राजस्थान में क्राइम थ्रिलर वेब सीरीज की तर्ज पर हत्या की सनसनीखेज वारदात सामने आई है. नागौर में प्रेम प्रसंग में एक महिला को मौत के घाट उतार दिया गया. हत्या की शिकार हुई महिला और कत्ल का आरोपी दोनों शादीशुदा थे लेकिन एक दूसरे के प्यार में डूबे थे. प्रेमिका ने जब प्रेमी पर शादी करने के लिए दबाव बनाया तो उसे यह रास नहीं आया. उसने प्रेमिका को कटार से काट डाला और शव के टुकड़े-टुकड़े कर फेंक दिया. पुलिस ने शव के कुछ अंग बरामद कर लिए हैं. कुछ की वह अभी तलाश कर रही है. पुलिस ने आरोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है. उससे पूछताछ की जा रही है लेकिन वह अभी भी पुलिस को गुमराह कर रहा है.
सनसनीखेज हत्या का यह मामला नागौर जिले के श्रीबालाजी थाना इलाके का है. श्रीबालाजी थाना इलाके के बालासर से 22 जनवरी को 30 साल की गुड्डी अपने घर से ससुराल मुंडासर गांव जाने की बात कहकर निकली थी. उसके बाद गुड्डी न तो ससुराल पहुंची और न ही वापस घर आई. परिजन गुड्डी की तलाश करते रहे लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा. दो दिन बाद 24 जनवरी को श्रीबालाजी थाने में गुड्डी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई.
इस बीच यह पता चला कि गुड्डी को अनोपाराम के साथ उसकी बाइक पर नागौर की तरफ जाते हुए एक व्यक्ति ने देखा था. उसके बाद पुलिस ने अनोपाराम को हिरासत में लेकर उससे सघन पूछताछ शुरू की. पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को गुमराह किया लेकिन बाद में 4 दिन पहले यह कबूल लिया कि उसी ने गुड्डी की हत्या की है. हत्या के बाद शव के टुकड़े-टुकड़े कर फेंक दिया. अब पुलिस के सामने चुनौती शव के टुकड़े बरामद करने की थी.
इस पर पुलिस ने गुड्डी के शव की तलाश शुरू की. इसके लिए पुलिस ने डॉग स्कॉवड की मदद ली. आखिरकार 12वें दिन पुलिस ने नागौर शहर की बालवा रोड़ पर गुड्डी का जबड़ा, घाघरा-ओढ़नी और लंबे बाल बरामद कर लिए लेकिन उसे उसका पूरा शव नहीं मिला. इससे यह साफ हो गया कि आरोपी बार-बार गुमराह कर रहा है. उसके बाद पुलिस ने फिर से आरोपी से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने अपने ही गांव के कुएं में गुड्डी का बाकी शव फेंका है. उसके बाद बीते दो दिन से कुएं में शव के शेष अंग तलाशने का काम जारी है.
पुलिस की जांच में सामने आया है कि गुड्डी और अनोपाराम दोनों शादीशुदा हैं. दोनों के बीच काफी समय से प्रेम-प्रसंग चल रहा था. पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि गुड्डी उस पर शादी का दबाव बना रही थी. इसलिए उसने उसका मर्डर कर दिया. पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी के निर्देश पर डेरवा गांव में पुलिस उपाधीक्षक विनोद कुमार, श्रीबालाजी थानाधिकारी महेंद्र सिंह, एफएसएल और एसडीआरएफ के 12 जवान मौजूद हैं