हिसार। सिरसा रोड स्थित उत्तरी क्षेत्र कृषि मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान (टीटीसी केंद्र) में आयोजित तीन दिवसीय दसवें कृषि दर्शन किसान मेले का शुभारंभ प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने किया। मेले में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, यूपी, हिमाचल, राजस्थान के किसानों ने शिरकत की।
पहले दिन मेले में ड्रोन छाया रहा। किसानों ने ड्रोन के बारे में जानकारी ली। इफको की ओर से लगाए गए स्टाल पर ड्रोन का प्रदर्शन किसानों को दिखाया गया। डॉ. शंकर गोयंका ने बताया कि यह ड्रोन दस किलो तक वजन उठा सकता है। इसमें बैटरी का उपयोग किया गया है। जिसे चार्ज करने में 20 से 22 मिनट का समय लगता है। एक बार चार्ज होने पर 15 मिनट तक काम कर सकता है। एक एकड़ को पूरा करने में 5 से 7 मिनट का समय लेता है। कंपनी के मुताबिक 400 मीटर की ऊंचाई तक उड़ सकता है, लेकिन सिक्योरिटी को मद्देनजर रखते हुए कंपनी 30 मीटर की ऊंचाई तक उड़ाने के लिए कहती है।
इसमें सभी प्रकार के सिक्योरिटी फीचर हैं। कैमरा लगा हुआ है। यह रिमोट से कंट्रोल होता है। 500 मीटर तक छिड़काव कर सकता है। एक महीने में 600 एकड़ जमीन पर काम कर सकता है। किसानों के लिए सब्सिडी 40 प्रतिशत तक सरकार द्वारा दी जा रही है। यह अधिकतम 15 की स्पीड तक उड़ सकता है। बेस मॉडल की कीमत 4.5 लाख है। इसके लिए सरकार की ओर से अनुदान भी दी जा रही है।
मेले में मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ाने की जानकारी, खेती समस्याओं की जानकारी व उनके समाधान, कृषि सम्बंधित लोन की सुविधा, खेती मशीनरी की जानकारी, उन्नत बीज, कीटनाशक व उवर्रक की जानकारी, आधुनिक व नई तकनीक वाले कृषि यंत्रों की जानकारी के अलावा इरिगेशन, ग्रीन हाऊस, पंप व पाइप की जानकारी भी उपलब्ध कराई गई। किसान कैसे कम लागत में कम भूमि पर अधिक पैदावार करें, इस बारे में उसे नई तकनीकों से रूबरू करवाया गया।
संस्थान के निदेशक मुकेश जैन ने बताया कि कृषि प्रदर्शनी के जरिये किसान ही नहीं आमजन के लिए आधुनिक व नई तकनीकें लाना कृषि दर्शन किसान मेले का मुख्य उद्देश्य है। कृषि प्रदर्शनी में कई कंपनियों ने किसानों के लिए उनकी जरूरत के अनुसार अनुभवी लोगों द्वारा प्रशिक्षण की भी सुविधा उपलब्ध करवाई। मेले में बैंकों ने किसानों के लिए मशीनरी लोन, क्रडिट कार्ड तरह की कई स्कीमों के बारे में किसानों को अवगत कराया। मेले में इस बार बागवानी विभाग ने भी सहयोग दिया।
इस मौके पर प्रो. बीआर कांबोज, भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला, विधायक जोगी राम सिहाग विधायक, उत्तरी क्षेत्र कृषि मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान हिसार के निदेशक डॉ. मुकेश जैन, टीटीसी असम के निदेशक केके नागले भी उपस्थित थे।
एचएयू के कुलपति प्रो. बी आर कांबोज ने कहा कि एचएयू के वैज्ञानिकों द्वारा ऐसी किस्मों का अविष्कार किया जा रहा जिससे कम समय में ही रिजल्ट मिलने लगेंगे। गन्ने की ऐसी किस्मों को विकसित किया जा रहा जिसमें एक गांठ से 50000 पौधे तैयार किये जा सकते है। उन्होंने कहा कि 15 मार्च से एचएयू की ओर से दो दिवसीय किसान मेले का आयोजन किया जा रहा है।