हिसार हांसी। गांव पुट्ठी मंगलखां में बिछाई जा रही गैस पाइप लाइन का ग्रामीणों ने विरोध किया। रविवार को गैल गैस कंपनी के अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ गांव में पहुंचे। उनके साथ कंपनी के डिप्टी जनरल मैनेजर मनबीर सिंह, योगेश यादव, सदर थाना से सब इंस्पेक्टर कर्मबीर सिंह पहुंचे। ग्रामीणों को कंपनी के अधिकारियों के आने की सूचना मिली तो भारी संख्या में ग्रामीण एकत्रित होकर अधिकारियों की गाड़ी के आगे खड़े हो गए। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक कंपनी प्रशासन हमें लिखित में नहीं देता या हमारे साथ बैठक नहीं करता, हम अधिकारियों को गांव से नहीं जाने देंगे। भारी विरोध के चलते कंपनी के अधिकारी विकास यादव ने ग्रामीणों को लिखित में दिया और कहा कि दो दिन में ग्रामीणों की अधिकारियों से वार्ता करवा दी जाएगी।
बता दें कि गुरुग्राम से शुरू होते हुए गांव पुट्ठी मंगलखां व आसपास के गांवों से होते प्राकृतिक गैस की पाइप लाइन सातरोड़ कलां तक बिछाई जा रही है। गांव हाजमपुर, उमरा, सुल्तानपुर, पुट्ठी मंगलखां, ढढेरी, भगाना आदि गांवों के बीच से पाइप लाइन गुजर रही है। इनमें से कई गांवों के किसानों ने पिछले दिनों पाइप लाइन का विरोध किया था। किसानों का आरोप है कि पाइपलाइन के लिए उन्हें कम मुआवजा दिया जा रहा है व पाइप लाइन को जमीन के ज्यादा नीचे नहीं दबाया जा रहा है।
अधिकारी अपनी मनमर्जी कर रहे हैं और पुलिस कार्रवाई की धमकी तक दी जा रही है। किसानों ने आरोप लगाया कि गैस पाइप लाइन डालने वाली कंपनी उनकी जमीन को खराब कर रही है। उधर इसकी सूचना सात बास के प्रधान बलवान मलिक व किसान नेता सोमबीर भगाना को मिली तो वह तुरंत अपने साथियों के साथ पुट्ठी गांव में पहुंच गए। किसान नेताओं ने साफ शब्दों में कहा कि अगर कंपनी के अधिकारी पुलिस का जोर दिखाकर हमें डराना चाहती है तो हम डरने वाले नहीं।
किसान राजेश सैनी ने कहा कि मेरी तीन एकड़ जमीन है, जिसमें से पाइप लाइन गुजरनी है। गैस कंपनी के अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ जेसीबी लेकर खेत में पहुंचे। जब उसने अधिकारियों से कहा कि पहले आप मुआवजा दो उसके बाद ही आपको खेत में लाइन बिछाने देंगे। कंपनी के अधिकारियों ने मेरी पूरी फसल को जबरदस्ती जेसीबी से नष्ट कर दिया और एक साल से हमें एक भी पैसा मुआवजे का नहीं दिया। जब तक मुझे मुआवजे की राशि नहीं मिलती हम लाइन को नहीं बिछाने देंगे।
सात बास खाप के प्रधान बलवान सिंह मलिक ने कहा कि कंपनी के अधिकारी सिर्फ झूठा आश्वासन दे रहे हैं। हमें उनकी बातों पर विश्वास नहीं है। हम सिर्फ एक बात जानते हैं कि पहले किसान को मुआवजा दो, उसके बाद ही हम खेत में पाइप लाइन बिछाने देंगे। किसान नेता सोमबीर भगाना ने कहा कि पुलिस प्रशासन की धमकी से डरने वाले नहीं, हम किसान हैं अपनी कड़ी मेहनत से खेत में अन्न पैदा करते हैं और हर हाल में अपनी मांगों को पूरा करवाकर ही रहेंगे।
गैस कंपनी के अधिकारी विकास यादव ने ग्रामीणों के विरोध के चलते लिखित में आश्वासन दिलाया कि वह ड्यूटी मजिस्ट्रेट के साथ ग्रामीणों की बातचीत करवा देंगे और तब तक काम बंद रहेगा। बात होने के बाद ही कार्य शुरू किया जाएगा ।