छिंदवाड़ा, जेएनएन। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के सौसर ब्लाक में एक महिला को ‘अग्नि परीक्षा’ देनी पड़ी। महिला पर उसकी सास ने आरोप लगाया था कि उसने टोना-टोटका करते हुए पति को अपने वश में कर लिया है। इस आरोप को झुठलाने के लिए महिला को नंगे पैर दहकते अंगारों पर चलना पड़ा।
सौसर तहसील के ग्राम रामकोना के मोहर्रम पर्व के बीच एक दरगाह का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें बाबा महिला पर उसके रिश्तेदारों द्वारा आरोप लगाए जाने के बात कर रहे हैं। वे उसे खुद को निर्दोष साबित करने के लिए अंगारों पर चलने को कहते हैं। इसके बाद महिला दो बार अंगारों पर चलती भी है। इसके बाद में उसके पैर जले या नहीं, यह जांच करने को कहा जाता है।
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। महिला ने मीडिया से बताया कि उसकी सास और ससुरालपक्ष के अन्य लोग पति को अपने वश में करने का आरोप लगा रहे हैं। जबकि उसने ऐसा कुछ नहीं किया है। इसी का सबूत देने के लिए वह बाबा की दरगाह में आई थी। बाबा का बचाव करते हुए महिला ने कहा कि उसने अपनी मर्जी से अंगारों पर चलकर अपनी बेगुनाही का सबूत दिया है। वहीं पूरे मामले पर बाबा ने कहा है कि महिला को उसका परिवार, पति को कुछ खिलाने के नाम पर कई दिनों से प्रताड़ित कर रहा है। इस मुद्दे को ही सुलझाने के लिए उसने महिला की मंजूरी से यह सब किया है।
पत्नी के अंगारों पर नंगे पैर चलने पर उसके पति का कहना है कि उनके परिवार में भ्रम फैला हुआ था कि मेरी पत्नी ने यहां पर कुछ गड़बड़ की हुई थी। लेकिन मेरी मां को अब विश्वास हो गया है कि उसने ऐसा कुछ नहीं किया है। इधर मामले को लेकर कई संगठनों ने बाबा पर कार्रवाई की मांग की है। मानव अधिकार आयोग की तरफ से भी संज्ञान लिया गया है। आयोग ने पुलिस को तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।