नई दिल्ली. आहार विशेषज्ञ बताते हैं, शरीर की सेहत को ठीक रखने के लिए पेट का ठीक रहना सबसे आवश्यक माना जाता है। पेट के तमाम अंग भोजन के पाचन से लेकर इससे पोषक तत्वों के अवशोषण तक में मदद करते हैं, जिससे शरीर को कार्य करने के लिए आवश्यक उर्जा प्राप्त होती है। यही कारण है कि बीमारियों की जांच के दौरान डॉक्टर आपसे पेट के बारे में भी पूछते हैं। पाचन स्वास्थ्य को ठीक रखकर शरीर के बाकी अंगों को ठीक रखने में मदद मिल सकती है, इसके लिए आहार की प्रकृति और पौष्टिकता पर विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है।
आहार विशेषज्ञ कहते हैं, भोजन के लिए हमेशा उन्हीं चीजों का चुनाव किया जाना चाहिए जिनका पाचन ठीक से हो जाए और उनसे शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्व भी आसानी से प्राप्त हो जाएं। दुर्भाग्य से, कई लोग आहार से संबंधित विकारों के कारण अक्सर पाचन समस्याओं जैसे पेट में सूजन, ऐंठन, गैस, पेट दर्द, दस्त और कब्ज से परेशान रहते हैं।
इरेटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस), गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (जीईआरडी), क्रोहन डिजीज, जैसी गंभीर पाचन समस्याएं आपके लिए समस्याओं को और भी बढ़ा सकती हैं। आइए जानते हैं कि पाचन की दिक्कतों को दूर करने के लिए किन चीजों का सेवन करना लाभकारी माना जाता है?
पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए सेब का सेवन करना बेहतर विकल्प हो सकता है। सेब पेक्टिन का समृद्ध स्रोत है जो एक घुलनशील फाइबर है। फाइबर को पाचन स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता है। सेब का सेवन कब्ज और दस्त जैसी पाचन की दिक्कतों को दूर करने में फायदेमंद हो सकता है। यह आंतों के संक्रमण के जोखिम को कम करने के साथ-साथ कोलन में सूजन को भी कम करने के लिए भी फायदेमंद पाया गया है।
सौंफ को वर्षों से हर घर में मसाले के तौर पर प्रयोग में लाया जाता रहा है। इसमें भी फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है जो कब्ज को रोकने और आपके पाचन तंत्र को ठीक रखने में विशेष लाभकारी हो सकती है। सौंफ में एक एंटीस्पास्मोडिक एजेंट भी होता है जो आपके पाचन तंत्र की मांसपेशियों को आराम देने के लिए जाना जाता है। पेट के सूजन, पेट फूलने और ऐंठन जैसे विकारों के जोखिम को कम करने में सौंफ का सेवन करना बेहतर विकल्प हो सकता है। इसे भोजन के साथ या सौंफ का पानी भी पिया जा सकता है।
चिया सीड्स को पाचन संबंधित विकारों को दूर करने के लिए वैश्विक स्तर पर प्रयोग में लाया जाता रहा है। चिया सीड्स फाइबर का उत्कृष्ट स्रोत हैं, जो पेट में जिलेटिन जैसा पदार्थ बना देता है। ये एक प्रीबायोटिक की तरह काम करते हैं, जो आंत में स्वस्थ बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देने और स्वस्थ पाचन में सहायक है। फाइबर वाली चीजों का सेवन मल त्याग की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए भी काफी फायदेमंद माने जाते हैं।
हरी सब्जियों को अघुलनशील फाइबर का उत्कृष्ट स्रोत माना जाता है। इस प्रकार का फाइबर मल त्याग को आसान बनाने और पाचन तंत्र के विकारों को दूर करने में आपके लिए लाभकारी है। हरी सब्जियां मैग्नीशियम का भी अच्छा स्रोत हैं, जो आपके गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में मांसपेशियों के संकुचन में सुधार करके कब्ज को दूर करने में मदद करती है। पालक, स्प्राउट्स, ब्रोकली और अन्य पत्तेदार सब्जियों का सेवन पाचन के साथ-साथ कई अन्य प्रकार के विकारों के जोखिम को कम करने में आपके लिए सहायक है।