नई दिल्ली। एनीमिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें व्यक्ति के शरीर में खून की कमी होती है। अगर शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा में कमी आती है, तो आप कई गंभीर समस्याओं के शिकार हो सकते हैं।
एनिमिया की समस्या में व्यक्ति काफी थका हुआ और कमजोर महसूस करता है। इसके अलावा त्वचा भी पीली पड़ने लगती है। एक्सपर्ट के अनुसार, आमतौर पर, विटामिन बी-12, फोलिक एसिड या आयरन की कमी से एनीमिया हो सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, एनिमिया की समस्या पोषक तत्वों की कमी विकृत पित्त, या पित्त के कारण होती है।
जब कोई व्यक्ति एनीमिया से पीड़ित होता है, तो उसके आहार में आयरन और विटामिन बी -12 से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए।
चिप्स, अचार, मछली आदि जैसे मसालेदार, खट्टे और नमकीन चीजें खाने से बचना चाहिए। अगर आप एनिमिया से पीड़ित हैं, तो अनार, आंवला, संतरा, अंजीर, सेब, पालक, चुकंदर, टमाटर और गोभी जैसे फल और सब्जियां नियमित रूप से अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं।
प्रोटीन युक्त चीज़ें जैसे दाल( मूंग, मसूर दाल), ब्राउन राइस, मीट, चिकन, मेथी, तिल और धनिया जैसे बीज एनीमिया के रोगियों के लिए काफी सहायक होते हैं। क्योंकि ये आयरन और महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
एनिमिया की समस्या में आप अनार, आंवला, संतरा, अंजीर, सेब जैसे फलों और सब्जियों के जूस का सेवन कर सकते हैं। शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने के लिए पालक, चुकंदर, टमाटर और गोभी जैसी सामग्री से बनी स्मूदी पी सकते हैं।
सूखे आलूबुखारे का जूस हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने के लिए एक बेहतरीन ड्रिंक है। गिलोय का जूस भी एनीमिया के इलाज में बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है।
आयरन युक्त आहार के साथ-साथ विटामिन सी से भरपूर साइट्रस जूस या अन्य भोजन का सेवन करने से आप अपने शरीर में हीमोग्लोबीन की कमी को पूरा कर सकते हैं। ब्रोकली भी विटामिन सी का अच्छा स्रोत है। ये पोषक तत्व आपके शरीर में आयरन की पूर्ति कर सकते हैं।