शामली। जनपद की कलेक्ट्रेट में गन्ना बकाया भुगतान एवम किसान हित से जुडी अन्य मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन का अनिश्चितकालीन धरना लगातार तीसरे दिन भी जारी है। धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि अब वे अपना हक लेकर ही यहां से उठेंगे। धरना प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद है। हालांकि प्रसानिक अधिकारियों से किसानों की अब तक दो दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन दोनों ही वार्ता विफल साबित हुई।
आपको बता दें कि जनपद की सभी तीनो शुगर मिलों पर किसानों का करीब 600 करोड़ रुपए का बकाया भुगतान है। जिसे लेकर कलेक्ट्रेट में भारतीय किसान यूनियन का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी है। जिसमें किसानों द्वारा बकाया भुगतान दिए जाने और अन्य मांगों को पूरा किए जाने की मांग को लेकर दिन रात धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। जहां धरना प्रदर्शन में आए एक किसान ने बताया कि उसकी पत्नी जिंदगी मौत के बीच झूंझ रही है और अस्पताल में भर्ती है। लेकिन भुगतान न मिलने की वजह से उसे धरना प्रदर्शन में शामिल होना पड़ रहा है। जो मौजूदा सरकार के लिए बहुत शर्मनाक है। लेकिन वह शहीद भगत सिंह और नेता सुभाष चन्द्र बोस को अपना आदर्श मानता है। अब चाहे जितनी भी मुसीबते आए लेकिन वह अपना हक लिए बिना नहीं उठेगा। वही भाकियू के जिला अध्यक्ष ने बताया की आज हमारा धरना प्रदर्शन तीसरे दिन में प्रवेश कर चुका है और उनकी मुख्य मांग गन्ना बकाया भुगतान की है। क्योंकि बकाया भुगतान न मिलने से किसान की माली हालत बद से बदतर हो चली है।
उन्होंने बताया की अब तक प्रसासनिक अधिकारियों से दो दौर की वार्ता हो चुकी है। लेकिन दोनों ही वार्ता विफल साबित हुई है। उन्होंने कहा की धरने में प्रतिदिन हजारों की संख्या में किसान पहुंच रहे है और अब चाहे जितना भी समय लगे हम डटे रहेंगे। उन्होंने कहा कि दिन में भयंकर गर्मी और रात में मच्छर जैसी समस्याओं का सामना करने के बाद भी किसानों में उत्साह है और सभी दिन रात डटे हुए है। उन्होंने कहा कि किसानो की यह हालत सरकार की हठधर्मिता के कारण हो रही है । उन्होंने कहा की यह सरकार किसानों की नही पूंजीपतियों की सुनती है क्योंकि वे सरकार को मोटा चंदा देते है। उन्होंने कहा कि हमारा धरना प्रदर्शन किसी आश्वासन पर नही बल्कि गारंटी पर समाप्त होगा। क्योंकि सरकार अपना विश्वास पहले ही खो चुकी है।