मेरठ। मेरठ के देहलीगेट थाने की पटेल नगर चौकी इंचार्ज ने प्लाट पर कब्जा कराने के लिए चार लाख की रकम वसूली थी। फजीहत होने के बाद 50 हजार की रकम वापस लौटा दी। सीओ की जांच रिपोर्ट में चौकी इंचार्ज पर लगे आरोप सही पाए गए है, जिस पर एसएसपी ने चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर विभागीय जांच के आदेश दिए है।
उधर, कंकरखेड़ा में किशोरी के अपहरण में एफआर लगाने के बाद बीस हजार मांगने वाले दारोगा की जांच सीओ दौराला ने शुरू कर दी। पटेल नगर चौकी पर तैनात दारोगा हरेंद्र सिंह पहले लिसाड़ीगेट की समर गार्डन चौकी प्रभारी थे। लिसाड़ीगेट में रहने वाले मुमताज अंसारी का आरोप है कि उस समय हरेंद्र सिंह ने प्लाट पर कब्जा दिलाने के लिए पांच माह से किश्तों में चार लाख की रकम ली थी। उसके बाद कब्जा नहीं दिलाया।
हरेंद्र का स्थानांतरण समर गार्डन चौकी से पटेल नगर हो गया। हरेंद्र सिंह ने रकम वापस मांगी गई तो उसने 50 हजार वापस कर दिए। साढ़े तीन लाख की रकम वापस करने में आना कानी कर रहा था। तब मुमताज ने आइजी से मामले की शिकायत की थी। उसके बाद सीओ कोतवाली को मामले की जांच दी गई। जांच रिपोर्ट में सभी आरोप सही मिलने पर हरेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया।
एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने बताया कि विभागीय कार्रवाई के भी आदेश दिए गए है। उधर, कंकरखेड़ा में तैनात दारोगा सतीश के खिलाफ भी शिकायत की गई है, जिसमें आडियो भी एसएसपी को दी गई। आडियो में दारोगा बीस हजार की मांग कर रहे है। सीओ अभिषेक सिंह ने बताया कि शिकायत कर्ता के बयान दर्ज किए जा चुके है। आडियो का परीक्षण करने के बाद एसएसपी को रिपोर्ट भेज दी जाएगी।