मुजफ्फरनगर। लंपी का जिले के 21 नए गांवों में संक्रमण बढ़ा है। 127 पशु बीमार मिले, जबकि 566 स्वस्थ हो गए। अब जिले में 2133 पशु बीमार है। जिला पंचायती राज विभाग ने 137 गांव में दवाई का छिड़काव कराया है।
प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दिनेश कुमार ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में पशु चिकित्सकों की टीम भेजी जा रही है। पशुपालकों को जागरूक किया जा रहा है। शुक्रवार को बीमारी से ग्रसित पशुओं में से 566 पशु स्वस्थ हो गए। चार गोवंशीय पशुओं की मौत हुई है। पशुपालकों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है।
यह बीमारी एक संक्रामक रोग विषाणुजनित बीमारी है। पशुओं में मक्खी, चिचड़ी और मच्छरों के काटने से होता है। इस बीमारी से प्रभावित पशुओं को बुखार होना, पूरे शरीर में जगह-जगह गांठों का उभरा हुआ दिखाई देना है। बीमारी से ग्रसित पशुओं मृत्यु दर अनुमानित 1 से 5 प्रतिशत है।
सीवीओ ने बताया कि बीमारी की रोकथाम के लिए बीमारी से ग्रसित पशुओं को स्वस्थ पशुओं से अलग रखना, पशुशाला की साफ-सफाई दैनिक रूप से किया जाना जरूरी है।
उबालकर दूध पीने से नुकसान नहीं
पशुपालकों को जागरूक किया जा रहा है कि बीमार पशु के दूध को उबालकर पीने या बीमार पशु के संपर्क में आने से मनुष्य में रोग फैलने की कोई आशंका नहीं है। यह रोग पशुओं से मनुष्यों में नहीं फैलता है। यह मनुष्यों का रोग नहीं है। बीमारी से ग्रसित गोवंश के दूध उबलने के बाद पीने योग्य शुद्ध है।
यहां करें कॉल
बीमारी के विषय में सूचना आदान-प्रदान करने के लिए जनपद स्तर पर कलक्ट्रेट में स्थापित कंट्रोल रूम नंबर- 9897715888, 9897749888 पर सूचित कर सकते है।