मेरठ.मेरठ में अवैध मीट फैक्टरी मामले में हाजी याकूब कुरैशी की तलाश में भावनपुर पुलिस ने अब्दुल्लापुर में हिस्ट्रीशीटर नदीम मेवाती के घर पर दबिश दी। हालांकि यहां भी याकूब और उनका परिवार नहीं मिला। वहीं, पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर की आरा मशीन की भी तलाशी ली। यहां तीन गाड़ियां मिलीं। पुलिस का कहना है कि याकूब के अब्दुल्लापुर में होने की सूचना मिली थी।
वहीं पिछले सप्ताह पुलिस ने दावा किया था कि हाजी याकूब की लोकेशन दिल्ली और राजस्थान में मिली है उसकी तलाश में ताबड़तोड़ दबिश जारी हैं। वहीं जांच पड़ताल में यह भी खुलासा हुआ था कि कुर्की की कार्रवाई की भनक लगते ही हाजी याकूब ने अपने मेरठ आवास से गाड़ियां और अन्य सामान अपने रिश्तेदारों के यहां भिजवा दिया है। ऐसी ही एक सूचना पर सोमवार को पुलिस भावनपुर में हिस्ट्रीशीटर के घर पहुंची और छानबीन की। हालांकि पुलिस को बैरंग लौटना पड़ा।
हापुड़ रोड स्थित पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की मीट फैक्टरी में बिना अनुमति के पैकेजिंग किए जाने को लेकर कार्रवाई चल रही है। एमडीए ने हापुड़ रोड स्थित अलफहीम मीटैक्स प्राइवेट लिमिटेड पर सील लगाई थी। एमडीए का कहना था कि 2019 में हाईकोर्ट ने सिर्फ फैक्टरी की सील खोलने का ऑर्डर दिया था न कि संचालन करने का, जबकि फैक्टरी में मीट पैकेजिंग की जा रही थी। इसी आधार पर एमडीए ने कार्रवाई की।
पुलिस ने फैक्टरी से छापा मारकर 10 लोगों को गिरफ्तार किया था। वहीं याकूब, उनकी पत्नी संजीदा बेगम और दोनों बेटे इमरान, फिरोज पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। तब से ही पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उनके परिवार की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास चल रहा है।
पुलिस को सोमवार को सूचना मिली कि याकूब और उसका परिवार भावनपुर के अब्दुल्लापुर में छिपा है। याकूब की गाड़ी भी एक आरा मशीन में खड़ी है। इस सूचना पर इंस्पेक्टर भावनपुर नीरज मलिक ने हिस्ट्रीशीटर नदीम मेवाती के घर दबिश दी। यहां आराम शीन के पास तीन वाहन मिले हैं। यह वाहन नदीम मेवाती के बताए गए हैं।
नदीम भावनपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। पुलिस नदीम से पूछताछ करने के बाद लौट गई। इंस्पेक्टर भावनपुर नीरज मलिक का कहना है कि आशंका थी कि याकूब कुरैशी या उनके परिवार के अन्य सदस्य यहां पर आए हुए हैं, लेकिन यहां परिवार का कोई भी सदस्य नहीं मिला। याकूब कुरैशी के परिवार की लोकेशन कभी दिल्ली भी मिलती रही है, लेकिन अब तक पुलिस को कामयाबी नहीं मिली है।