मेरठ में जागृति विहार के सेक्टर-8 में सोमवार को दुल्हन वैशाली की उठावनी हुई। पति ने सूरजकुंड स्थित श्मशान घाट में वैशाली के फूल चुगे। इसके बाद उनकी अस्थियां गंगा में प्रवाहित कर दी गईं। उठावनी में वैशाली के परिजन भी गाजियाबाद से मेरठ पहुंचे। इस दौरान पति पारस बार-बार बिलखते
रहे।
वैशाली की मौत पर चर्चा के दौरान परिजनों ने बताया कि जब बाथरूम का दरवाजा तोड़ा गया तो वैशाली की सांस चल रही थी। पति ने अपनी गोद में वैशाली दो चम्मच पानी पिलाया, लेकिन उसे होश नहीं आया। इसके बाद उसे गाड़ी में डालकर अस्पताल ले जाया गया। डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सोमवार को भी जागृति विहार सेक्टर-8 स्थित दोस्तों, रिश्तेदारों और आसपास के लोग परिवार के सदस्यों को सांत्वना देने के लिए आते रहे।
बताया गया कि पारस और वैशाली का रिश्ता लाॅकडाउन से पहले तय हुआ था। दोनों परिवार के सदस्य ही धूमधाम से शादी करना चाहते थे, इसलिए सही समय का इंतजार कर रहे थे। तीन साल तक रिश्ता रोक कर रखा गया। अब शुभ मुहुर्त 26 जनवरी का निकला था।