गाजियाबाद। अग्निशमन विभाग की पड़ताल में जिले के 167 अस्पतालों में आग से बचाव के इंतजाम नहीं पाए गए हैं। अग्निशमन विभाग की रिपोर्ट के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को नोटिस भेजकर चेतावनी दी है कि जल्द से जल्द उपकरण लगवा लें नहीं तो नवीनीकरण नहीं किया जाएगा। निजी अस्पतालों के अलावा कई सरकारी अस्पतालों में भी आग से बचाव के इंतजाम नहीं मिलने पर सीएमओ ने नाराजगी जाहिर की है। अग्निशमन विभाग ने जिले के 202 अस्पतालों का गत दिनों निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान विभाग ने पाया कि जिले के महज 35 अस्पतालों में ही आग से सुरक्षा के इंतजाम हैं।
जिला अस्पताल सहित कोई नहीं करता मानक पूरा
संयुक्त जिला अस्पताल में पांच फरवरी को ही आग लगी थी, हालांकि जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ था। आग लगने की वजह से ऑपरेशन ठप हो गए थे। इसके बावजूद अग्निशमन विभाग की रिपोर्ट के बाद सिर्फ निजी अस्पतालों को नोटिस जारी किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार एमएमजी अस्पताल, संयुक्त अस्पताल, ईएसआई अस्पताल साहिबाबाद, लोनी सीएचसी, पीएचसी
अटौर-नंगला, मुरानदगर सीएचसी, डासना, बम्हेटा, भोवापुर, मंडोला के पीएचसी, भोजपुर, मोदीनगर के सीएचसी, न्यू पीएचसी दुहाई, पसौंडा, चिरौड़ी और फरुखनगर में भी आग से बचाव के पूर्ण इंतजाम नहीं है।
निजी अस्पतालों को नोटिस जारी किया गया है कि वह मानकों के अनुसार अस्पतालों में व्यवस्था करें। सरकारी अस्पतालों में जहां इंतजाम नहीं है शासन को पत्र लिखा गया है। संबंधित केंद्र प्रभारियों को जल्द से जल्द अग्निशमन यंत्र लगवाने के निर्देश दिए गए हैं। – डॉ. सुनील त्यागी, एसीएमओ