मेरठ में पति के हाथों की मेहंदी तक नहीं उतरी की पत्नी का पिंडदान तक करना पड़ा। हादसे के बाद से पति सदमे में आ गया है। शादी को केवल तीन दिन हुए हैं और पत्नी की अर्थी उठ गई। परिवार में मातम छाया हुआ है। मायका पक्ष भी ससुराल पहुंचा।
वहीं मेडिकल पुलिस का कहना है पोस्टमार्टम की कार्रवाई नहीं की गई है। परिजनों ने शनिवार शाम को सूरज कुंड पर दुल्हन का अंतिम संस्कार कर दिया।
मेरठ के जागृति विहार में शादी के तीसरे दिन दुल्हन की ससुराल से अर्थी निकाली गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। 26 जनवरी को इंजीनियर पति के साथ महिला की शादी हुई थी। शनिवार सुबह बाथरूम में नहाते वक्त गैस गीजर से दम घुटने के बाद मौत हो गई।
मूलरूप से गाजियाबाद निवासी पारस अपनी पत्नी वैशाली के साथ जागृति विहार में रहते हैं। वे एक प्राइवेट कंपनी में इंजीनयर हैं। वह सुबह कंपनी चले गए। सुबह करीब दस बजे पत्नी वैशाली बाथरूम में गीजर से पानी गर्म कर स्नान कर रही थीं। इस दौरान दम घुटने के कारण वह बेहोश होकर गिर पड़ीं। करीब 30 मिनट तक महिला बाथरूम में तड़पती रही।
महिला के गिरने की आवाज सुनकर परिवार के लोग बाथरूम के पास पहुंचे। दरवाजा तोड़कर देखा तो बेहोश पड़ी थी। आनन-फानन में उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
हादसे की जानकारी पर मेडिकल पुलिस पहुंची थी, लेकिन परिवार के लोगों ने कोई भी कार्रवाई कराने से इन्कार कर दिया।