मुजफ्फरनगर : जनपद के जानसठ में पानीपत-खटीमा हाईवे के तालड़ा मोड़ पर हुए दर्दनाक हादसे से हर किसी को हिला कर रख दिया। मंजर ऐसा था कि मौके पर पहुंचे अधिकारी भी देखकर कांप गए। वहीं, आनन-फानन कई टीमें बचाव कार्य में लगी और 10 से ज्यादा जिंदगियों को बचा लिया। हालांकि दो लोगों की मलबे में दबकर ही सांसें टूट गईं।
बतागया कि दुमंजिला 12 दुकानों का लिंटर जैक लगाकर उभारने के दौरान बड़ा हादसा हुआ था। अचानक लिंटर भरभराकर गिर गया, जिसके नीचे 20 मजदूर दब गए, जिनमें दो की मौत हो गई। 15 मजदूर अस्पताल में भर्ती हैं।
एडीजी डीके ठाकुर, केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान, भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत और कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार मौके पर पहुंचे। देर रात तक राहत कार्य जारी है।
जानसठ के तालड़ा मोड़ पर मवाना के मुरसलीन कुरैशी ने ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल पर छह-छह दुकानें बनाई थी। हाईवे की ऊंचाई अधिक होने के कारण दुकानों का लिंटर जैक लगाकर उभरवाने के लिए रामपुर के थाना शाहाबाद के गांव मजरा रायपुर के ठेकेदार छुट्टन पुत्र अजब सिंह को ठेका दिया गया था।
रविवार शाम करीब पांच बजे काम के दौरान लिंटर गिर गया। दूर तक शोर सुना गया। आसपास के सैकड़ों लोग मौके पर पहुंचे। पुलिस को सूचना दी गई। डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी और एसएसपी अभिषेक सिंह ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू कराया।
डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने बताया कि राहत कार्य चल रहा है। मेडिकल की टीम मौजूद हैं। ठेकेदार ने मजदूरों की संख्या 20 बताई थी। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि एक मजदूर मलबे में फंसा हो सकता है।
हादसे के वक्त चिनाई के लिए मसाला तैयार कर रहे बरेली के संतोष और कृष्णपाल ने बताया कि पानीपत-खटीमा हाईवे के निर्माण का कार्य चल रहा है। दुकानों के पास ही रोड रोलर चल रहा था। इसकी दलक ही दुकानों तक पहुंची और अचानक यह हादसा हो गया। हादसे के वक्त विक्की और संजीव बाहरी हिस्से में काम कर रहे थे। अचानक ही वह जान बचाने के लिए भाग और मलबे की चपेट में आकर घायल हो गए।