अयोध्या. ज्योतिष शास्त्र में हर ग्रह एक निश्चित अवधि पूरी करने के बाद राशि परिवर्तन करते हैं या वक्र अवस्था को प्राप्त होते हैं. जब भी कोई ग्रह परिवर्तन करता है तो इसका प्रभाव समस्त 12 राशियों पर देखने को मिलता है. कई बार ग्रहों की युति से ऐसे योगों का निर्माण होता है जो विभिन्न राशि के जातकों के लिए कष्टकारी होता है.
बात जब राहु जैसे पापक ग्रह की हो तो यह कष्ट और बढ़ जाता है. वर्तमान में राहु मेष राशि में संचरण कर रहा है, जो 30 अक्टूबर तक यहां रहेगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु सदैव वक्र अवस्था में ही रहता है. वहीं मेष राशि में गुरु का गोचर चल रहा है जो इस राशि में 1 मई 2024 तक रहेंगे. गोचर कुंडली में गुरु और राहु की युति बनी हुई है. ज्योतिष शास्त्र में इस युति को चांडाल योग कहा जाता है.
हिंदू पंचांग के मुताबिक 22 अप्रैल 2023 को देवगुरु बृहस्पति और राहु ने मेष राशि में युति बनाई थी, तब ही चांडाल योग का निर्माण हो गया था. यह योग 30 अक्टूबर 2023 तक बना रहेगा. लेकिन अब खास बात यह है कि गुरु 4 सितंबर 2023 को वक्री हो गए हैं. गुरु के वक्री होने से उनका शुभ प्रभाव कम हो गया है. ऐसे में राहु और गुरु से बनने वाला चांडाल योग कई राशि के जातकों के लिए और संकट खड़े कर सकता है. चांडाल योग के और प्रभावी होने से खासकर तीन राशियों के जीवन पर संकट के बादल 30 अक्टूबर तक छाए रहेंगे.
अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि वर्तमान में राहु और गुरु दोनों मेष राशि में वक्र अवस्था में हैं. गुरु और राहु की युति चांडाल योग का निर्माण करती है. गुरु के वक्र अवस्था में होने से उनके शुभ प्रभाव में कमी आ गई है, जिससे चांडाल योग का अशुभ प्रभाव जातकों को परेशान कर सकता है. खासकर तीन राशि के जातकों पर इसका ज्यादा प्रभाव देखने को मिलेगा. इसमें मेष, मिथुन और कन्या राशि के जातकों को 30 अक्टूबर तक संभलकर रहने की जरूरत है.
मेष राशि: गुरु-राहु के चांडाल योग कारण मेष राशि के जातक के जीवन में कई अशुभ घटनाएं घट सकती हैं. 30 अक्टूबर तक कार्य क्षेत्र में कई तरह के बदलाव देखने को मिल सकते हैं. व्यवसाय में विस्तार रुक सकता है, स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां और प्रेम संबंध में तनाव हो सकता है. ऐसे में सोच-विचार कर ही फैसला करें.
मिथुन राशि: इस राशि के जातकों के लिए भी गुरु चांडाल योग का प्रभाव भी परेशान कर सकता है. 30 अक्टूबर तक जीवन में उथल-पुथल मच सकती है. आर्थिक संकट से जूझना पड़ सकता है. दांपत्य जीवन में खटास उत्पन्न हो सकती है. धन संबंधी परेशानियों से जूझना पड़ सकता है. लाभ में कमी देखने को मिलेगी. ऐसे में सावधान रहने की जरूरत है.
कन्या राशि: इस राशि के जातकों के लिए वक्री गुरु के साथ राहु की युति की स्थिति ठीक नहीं है. अशुभ समाचार मिल सकते हैं. परिवार में स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां बढ़ेंगी, अशुभ योग के निर्माण के कारण अक्टूबर तक दुर्घटना भी हो सकती है. ऐसे में सतर्क होकर वाहन चलाएं और दूसरों के राय से ही कोई फैसला करें.