बागपत. डेरा सच्चा सौदा प्रबंधन पर सख्ती के बाद अनुयायियों की भीड़ डेरे पर मंगलवार को नहीं पहुंची। डेरा परिसर में संख्या बेहद कम दिखाई दी। किसी को भी प्रबंधन की अनुमति के बाद ही अंदर जाने दिया गया। इसी के चलते बड़ौत-मेरठ मार्ग पर भी सन्नाटा पसरा रहा, जिस पर पिछले कई दिनों से वाहनों का काफिला नजर आ रहा था।
हरियाणा के जिला रोहतक की सुनारिया जेल में बंद डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह 17 जून से पैरोल पर डेरा सच्चा सौदा आश्रम बरनावा में है। हर रोज अनुयायियों की भीड़ बढ़ती जा रही थी, जिससे सड़कों पर यातायात की समस्या उत्पन्न हो रही थी। इसी को देखते हुए बिनौली पुलिस ने 27 जून को डेरा प्रबंधक डा. पृथ्वीराज नैन को नोटिस तामील कराने के बाद आश्रम के गेट पर चस्पा कर दिया था।
नोटिस में चेतावनी दी थी कि यदि शाम तक अनुयायियों से आश्रम खाली न कराया गया, तो न केवल गुरमीत राम रहीम सिंह के पेरोल के निरस्तीकरण की रिपोर्ट भेजी जाएगी, बल्कि प्रबंधक के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। पुलिस कार्रवाई शुरू होने के बाद डेरा प्रबंधन में हड़कंप मच गया था।
डेरा प्रबंधन ने मंगलवार की शाम इंटरनेट मीडिया पर अनुयायियों से डेरा न आने की अपील की थी। अनुयायी रात को ही आश्रम से वापस लौट गए थे। इससे पूर्व भी बरनावा आश्रम को दो नोटिस दिए गए थे। पुलिस कार्रवाई का असर मंगलवार को आश्रम में दिखाई दिया। आश्रम में अनुयायियों की भीड़ नहीं पहुंची। उधर, आश्रम के बाहर सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस बल तैनात है। इंस्पेक्टर डीके त्यागी ने बताया कि डेरा प्रबंधन को मंगलवार को नोटिस जारी करते हुए व्यवस्था में सुधार की हिदायत दी गई थी।
-बड़ौत-मेरठ हाइवे पर बरनावा आश्रम स्थित है। डेरा प्रमुख के आश्रम में आने के बाद से इस हाइवे पर हरियाणा, पंजाब के अलावा अन्य स्थानों से वाहनों में अनुयायी आ रहे थे। वाहनों के काफिले के कारण इस मार्ग पर जाम लग रहा था। मंगलवार को हाइवे पर कोई वाहन आश्रम में अंदर जाता नजर नहीं आया। इसी कारण आश्रम के बाहर मेरठ हाइवे पर सन्नाटा पसरा नजर आया।