शामली। इस बार बाजार मूल्य अधिक रहने से पिछले तीन सालों में जिले में सबसे कम गेहूं खरीद हुई है। जिसके चलते शासन का गेहूं खरीद का तीन लाख क्विंटल लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया है। 75 दिनों में जिले में सिर्फ 14,536 क्विंटल गेहूं की खरीदा गया। जो लक्ष्य के मुकाबले सिर्फ 4.84 प्रतिशत है।
पिछले सालों में रिकॉर्ड तोड़ खरीद को देखते हुए शासन ने इस बार जिले का तीन लाख क्विंटल गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया था। इस बार बाजार में गेहूं का समर्थन मूल्य 2015 रुपये क्विंटल था और बाजार में मूल्य 2100 से 2200 रुपये क्विंटल रहा। जिसके कारण खरीद केंद्रों पर कुछ ही किसान गेहूं लेकर पहुंचे। इस बार खरीद केंद्रों पर पर 75 दिनों में सिर्फ 14,536 क्विंटल गेहूं की खरीद हो सकी है। जिसमें खाद्य विभाग के कैराना, कांधला, थानाभवन, शामली, झिंझाना के केंद्र पर 3981.50 क्विंटल, पीसीएफ के 18 खरीद केंद्रों पर 7508 क्विंटल, पीसीयू के छह खरीद केंद्रों पर 3227.50 क्विंटल और भारतीय खाद्य निगम के एक खरीद केंद्र पर 219 क्विंटल गेहूं खरीदा गया।
डिप्टी आरएमओ कमलेश कुमार का कहना है कि इस बार पिछले तीन सालों में सबसे कम गेहूं खरीद हुई है। 598 किसानों से 14,536 क्विंटल गेहूं खरीदा गया। जिसमें 575 किसानों का गेहूं खरीद का भुगतान उनके खातों में भेजा जा चुका है। गेहूं का बाजार मूल्य ज्यादा रहा। बुधवार को गेहूं खरीद का अंतिम दिन है। खरीद एजेंसियों के आंकड़ों के मुताबिक इस साल सबसे कम गेहूं खरीद हो पाई है। यह गेहूं खरीद पिछले तीन सालों में सबसे कम है।
डिप्टी आरएमओ के मुताबिक जिला प्रशासन ने पिछले तीन सालों में रिकॉर्ड तोड़ गेहूं की खरीद को देखते हुए तीन लाख क्विंटल गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया था। जिले में 33 खरीद केंद्र खोलने की स्वीकृति दी गई थी। लेकिन खरीद केंद्रों पर गेहूं की आमद कम होने से इन तीन खरीद केंद्रों को अनुमति के बावजूद चालू नहीं किया गया।
खरीद एजेंसियां गेहूं खरीद क्विंटल
खाद्य विभाग 3981.50 क्विंटल
पीसीएफ 7508 क्विंटल
पीसीयू 3227 क्विंटल
भारतीय खाद्य निगम 219 क्विंटल
कुल खरीद 14536 क्विंटल
पिछले तीन साल का गेहूं खरीद का आंकड़ा
साल खरीद क्विंटल में
2022- 14,536
2021 2,78,667
2020- 1,77,329